कीव। यूक्रेन-रूस (Ukraine-Russia War) के बीच जारी लड़ाई में यूक्रेनी सैनिकों (Ukrainian soldiers) के साथ ही आम यूक्रेनी नागरिकों के लड़ने की तस्वीरें भी आ रही हैं, अब यूक्रेनी सेना का साथ भारतीयों (Indian’s) के साथ कई और देशों के लोग भी दे रहे हैं। कीव (Kyiv) इंडिपेंडेंट ने यूक्रेनी सेना के हवाले से बताया है कि अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, लिथुआनिया, मेक्सिको और भारत (US, UK, Sweden, Lithuania, Mexico and India) के लोग भी रुस (Russia) के खिलीफ लड़ रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले का 21 साल का छात्र सैनिकेश रविचंद्रन रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेनी पैरामिलिट्री फोर्सेज में शामिल हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने उसके घर का दौरा किया और रविचंद्रन के माता-पिता से बीतचीत की तो पता चला कि उसने भारतीय सेना में शामिल होने के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक रविचंद्रन 2018 में पढ़ाई के लिए यूक्रेन के खारकीव शहर पहुंचे थे। उनका कोर्स 2022 में पूरा होना था। यूक्रेन में जारी जंग के बीच रविचंद्रन के परिवार का संपर्क उससे टूट गया था। परिवार वालों ने एंबेसी की मदद लेने के बाद रविचंद्रन से संपर्क करने में सफल रहे। इसी दौरान रविचंद्रन ने परिवार वालों को बताया है कि वह रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेनी पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हो गया है।
कई अन्य देशों के लोग भी यूक्रेन के लिए मैदान संभाल रहे
यूक्रेन ने विदेश के लोगों के लिए एक ‘अंतर्राष्ट्रीय सेना’ की स्थापना की है और राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने सार्वजनिक रूप से विदेशियों से अपने देश के लिए समर्थन दिखाने के लिए “रूसी युद्ध अपराधियों के खिलाफ यूक्रेनियन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने” की अपील की है।
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