नई दिल्ली। भारतीय महिला मुक्केबाजों (Indian women boxers) ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पोलैंड (Poland) में आयोजित 2021 एआईबीए यूथ पुरुष और महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप (AIBA Youth Men’s and Women’s World Boxing Championships) में सात स्वर्ण पदक के साथ अपने अभियान का समापन किया।
गुरुवार को फाइनल मुकाबले में सभी महिला मुक्केबाजों, गीतिका (48 किग्रा) नोरम बेबीरोजिना चानू (51 किग्रा), पूनम (57 किग्रा), विंका (60 किग्रा), अरुंधति चौधरी (69 किग्रा), टी सनमाचा चानू (75 किग्रा) और अल्फिया पठान (81 किग्रा) ने जीत हासिल की। इससे पहले, भारतीय महिलाओं ने गुवाहाटी में आयोजित यूथ विश्व चैंपियनशिप के 2017 संस्करण के दौरान पांच स्वर्ण पदक जीते थे।
इंफाल में एमसी मैरी कॉम अकादमी में मुक्केबाजी का प्रशिक्षण लेने वाली एशियाई युवा चैंपियन सनमाचा चानू ने कजाखस्तान के दाना डीडे को 75 किग्रा के फाइनल में 5-0 से शिकस्त देकर स्वर्ण पर कब्जा किया।
वहीं, महाराष्ट्र की अल्फिया ने यूरोपीय युवा चैंपियन मोल्दोवा के डारिया कोज़ोरेज़ को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। हरियाणा की मुक्केबाज गीतिका ने दो बार की यूरोपीय चैंपियन इटली के एरिका प्रिस्कियनडरो को हराकर फाइनल में प्रवेश किया और 48 किग्रा के फाइनल में पोलैंड की नतालिया कुक्ज़ेस्का को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया।
एशियाई युवा चैंपियन बेबीरोजिना चानू (51 किग्रा) ने यूरोपीय जूनियर चैंपियन रूसी वैलेरिया लिंकोवा और पूनम (57 किग्रा) ने अनुभवी प्रतिद्वंद्वी स्टेलिन ग्रॉसी पर 5-0 से जीत हासिल कर स्वर्ण पदक हासिल किया। विंका (60 किग्रा) ने कजाकिस्तान की मुक्केबाज झुलडीज़ श्याखेतोवा को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया,जबकि राजस्थान की मुक्केबाज अरुंधति ने 69 किग्रा के फाइनल में पोलिश मुक्केबाज बारबरा मार्सिंकोव्स्का के खिलाफ 5-0 से शानदार जीत दर्ज कर स्वर्ण पर कब्जा किया।
इससे पहले पुरुष वर्ग में बिश्वमित्र चोंगथोम (49 किग्रा), अंकित नरवाल (64 किग्रा) और विशाल गुप्ता (91 किग्रा) ने देश के लिए तीन कांस्य पदक जीते। बता दें कि 20 सदस्यीय भारतीय दल ने यूथ विश्व चैंपियनशिप में 11 पदक हासिल करके इतिहास रच दिया है। इससे पहले 2018 संस्करण में भारतीय दल ने 10 पदक जीते थे।
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