नई दिल्ली। 1980 के मास्को ओलंपिक खेलों (Moscow Olympic Games) में भारतीय पुरुष हॉकी टीम (Indian men’s hockey team) के कप्तान वासुदेवन भास्करन (Captain Vasudevan Bhaskaran) का मानना है कि भारतीय टीम (Indian Team) इस साल जुलाई (July) में आयोजित होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों (Tokyo Olympic Games) में इतिहास रचने को तैयार है।
ओलंपिक खेलों के लिए हॉकी इंडिया (Hockey India) द्वारा शुरू की गई एक पॉडकास्ट श्रृंखला “हॉकी ते चरचा” में भास्करन ने कहा कि भारतीय टीम को एक मजबूत विश्वास पैदा करना होगा ताकि वे ओलंपिक में बेहतर कर सकें।
उन्होंने कहा, “पुरूष टीम वास्तव में अच्छा खेल रही है। मेरी सलाह है कि टीम अपने आत्मविश्वास का स्तर बनाए रहे। प्रत्येक खिलाड़ी ने यहां तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम किया है। यह लगभग सात-आठ खिलाड़ियों के लिए पहला ओलंपिक होगा और मुझे लगता है कि उन्हें केवल ‘ओलंपियन टाइटल’ से खुश नहीं होना चाहिए, बल्कि पदक के लिए लक्ष्य बनाना चाहिए। यह तभी संभव है जब टीम में हर कोई यह विश्वास करे कि वह पदक विजेता टीम हो सकते हैं।”
भारतीय महिला टीम की बात करते हुए, भास्करन ने कहा कि 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के बाद से महिला टीम ने जबरदस्त आत्मविश्वास हासिल किया है। एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर में यूएसए को मात देते हुए रानी के नेतृत्व में टीम ने ओलंपिक में अपना स्थान निर्धारित किया है। अब, उन्हें शीर्ष 4 में जगह बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
भास्करन ने कहा, “जब मैं 1980 मास्को ओलंपिक खेल रहा था, तो महिला हॉकी को इन खेलों में शामिल किया गया था। हमारी भारतीय टीम कांस्य पदक से चूक गई थी। वर्तमान भारतीय महिला हॉकी टीम ने 2016 से के बाद से काफी आत्मविश्वास हासिल किया है। मैंने उन्हें भुवनेश्वर में खेलते देखा, जब उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका को हराया, जो दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक थी। उन्होंने सही तरीके से ओलंपिक में जगह बनाई।”
बता दें कि हॉकी इंडिया ने टोक्यो ओलंपिक खेलों से ठीक 100 दिन पहले 14 अप्रैल को “हॉकी ते चरचा” कार्यक्रम लॉन्च किया था। इस पॉडकास्ट श्रृंखला के माध्यम से, हॉकी इंडिया का उद्देश्य हॉकी के प्रशंसकों को भारतीय हॉकी के गौरवशाली क्षणों को याद दिलाना है और उन प्रतिष्ठित खिलाड़ियों से मिलाना है, जिन्होंने देश के लिए गर्व और सम्मान प्राप्त किया है।
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