बेंगलुरु। भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर लिलिमा मिंज ने कहा है कि भारतीय टीम में ओलंपिक पदक जीतने की क्षमता है और टीम दुनिया की शीर्ष टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने को तैयार है।
लिलिमा ने कहा,”हमारे पास निश्चित रूप से टोक्यो में पदक जीतने की क्षमता है। मुझे लगता है कि पहले, हमारे अंदर विश्वास की कमी थी, लेकिन अब, हम दुनिया में किसी भी शीर्ष टीम के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। हमने पिछले कुछ वर्षों में जो सफलता देखी है, उसके लिए हमने निश्चित रूप से कड़ी मेहनत की है, लेकिन अच्छे नतीजों का बहुत सारा श्रेय हॉकी इंडिया को जाना चाहिए। उन्होंने सभी आवश्यक उपकरण प्रदान किए हैं, सर्वश्रेष्ठ कोच और प्रशिक्षक लाए गए और यह सुनिश्चित किया कि हमारे पास बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण परिसर में सभी सुविधाएं हों, जहां हम अपना अधिकांश समय बिताते हैं।”
मिडफील्डर ने कहा, “अंत में, यह हमारे खिलाड़ी हैं जिन्हें बाहर जाना है और काम करना है, लेकिन हॉकी इंडिया का समर्थन शानदार रहा है।” लिलिमा मिंज पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय टीम की प्रमुख सदस्यों में से एक रही हैं। उन्होंने भारत के लिए 150 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। 26 वर्षीय मिंज ने करियर की शुरुआत पहले फॉरवर्ड के रूप में शुरुआत की थी और फिर इसके बाद वह मिडफील्डर बन गई।
मिंज ने फॉरवर्ड से मिडफील्ड क्षेत्र में जाने के पीछे का कारण बताते हुए कहा,”जब मैंने पहली बार हॉकी खेलना शुरू किया था, तो हम एक ऐसी प्रणाली में खेले थे, जिसमें हमारी टीम में पांच फॉरवर्ड थे और मैं एक विंगर के रूप में खेलती थी। बाद में हमारे कोच ने मुझे मिडफील्ड क्षेत्र में स्थानांतरित करने का फैसला किया क्योंकि मेरे पास लगातार ऊपर-नीचे होने की सहनशक्ति और धैर्य था। मिडफील्डर बनना बहुत दिलचस्प रहा क्योंकि हम मैचों के दौरान फॉरवर्ड और डिफेंडरों का समर्थन करते हैं। अगर हम आक्रमण कर रहे हैं तो हम गेंद को जितना संभव हो उतना आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं और अगर हमारे विरोधियों के पास गति है तो हम डिफेंडरों का साथ देते हैं।” (एजेंसी, हि.स.)
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