नई दिल्ली । यूक्रेन (Ukraine) में फंसे करीब 600 भारतीय छात्रों (Around 600 Indian Students Stranded) ने एक और वीडियो बनाकर कहा है कि उन्होंने भारी गोलाबारी के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर (Risking their Lives amid the Shelling) सीमाओं की ओर चलना शुरू कर दिया है (Moving towards the Border) । अगर उन्हें कुछ होता है (If something Happens to Us) तो सरकार जिम्मेदार होगी (Government will be Responsible) । उन्होंने कहा कि यह उनके द्वारा बनाया गया आखिरी वीडियो है। सभी छात्र सुमी मेडिकल यूनिवर्सिटी के हैं, जो इस समय युद्ध क्षेत्र में गोलाबारी और बम धमाकों के बीच रह रहे हैं।
एक वीडियो में छात्रों ने कहा, “आज युद्ध का दसवां दिन है। हमें पता चला है कि रूस ने दो शहरों की सीमा के गलियारे को खोलने के लिए संघर्ष विराम की घोषणा की है, उनमें से एक मारियुपोल है, जो यहां से 600 किमी दूर है। सुबह से हम एयरजेट, बमबारी की आवाज सुन रहे हैं और सड़कों पर लड़ाई जारी है। हमने लंबे समय तक इंतजार किया है और हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। हम अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, हम सीमाओं की ओर बढ़ रहे हैं। अगर हमें कुछ होता है, तो सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
छात्रों ने कहा, “रूस ने सीमा खोली है और हम आगे बढ़ रहे हैं। बस हमारे लिए प्रार्थना करें, हमें अभी हमारी सरकार की आवश्यकता है।” इस दौरान छात्र ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते भी नजर आए।छात्रों के पास पानी, भोजन और ऐसी कुछ भी जरूरी चीजें नहीं हैं, जो उन्हें जीवित रहने के लिए चाहिए। उन्होंने कई अनुरोध किए, लेकिन कोई मदद उन तक नहीं पहुंची। अब वे भारत माता की जय का नारा लगाते हुए और अपनी जान जोखिम में डालकर जीवन की आस में सीमा की ओर बढ़ गए हैं। हालांकि वे उम्मीद नहीं छोड़ रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि वे देश में सुरक्षित पहुंच जाएंगे।
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