नई दिल्ली । भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने एसी-3 इकोनॉमी क्लास (AC-3 Economy Class) को खत्म करने का (To Abolish) फैसला लिया (Has Decided) । एसी-3इ के कोचों को एसी-3 में मिला दिया जाएगा और इसका नाम आधिकारिक तौर पर एसी-3 हो जाएगा । सबसे अहम बात इसका किराया वही रहेगा जो एसी-3 का रहता है। बता दें कि भारतीय रेलवे ने सितंबर 2021 में एसी-3 इकोनॉमी क्लास को शुरू किया था, लेकिन 14 महीने बाद अब इसे बंद कर दिया जाएगा।
अब तक यात्री एसी-3 इकोनॉमी टिकट को “3इ” की एक अलग श्रेणी के तहत उन विशिष्ट ट्रेनों में बुक कर सकते थे, जहां रेलवे एसी सीटों की पेशकश करता था। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी कई ट्रेनों में अगले कई महीनों के लिए 3E श्रेणी के तहत टिकट उपलब्ध नहीं हैं। अधिकारियों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि सभी ट्रेनों में 3इ को एसी-3 से मिलाने की प्रक्रिया अगले चार महीने में पूरी कर ली जाएगी। एसी-3 इकोनॉमी कोच में सामान्य एसी-3 कोच की तुलना में लेग स्पेस कम होता है।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में 11,277 सामान्य एसी-3 कोचों की तुलना में 463 एसी-3 इकोनॉमी कोच हैं और इसलिए प्रभाव न के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि एसी-3 इकोनॉमी कोच में सामान्य एसी-3 कोच की तुलना में यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं हैं और ऐसे कोचों में लिनेन उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है जो अब तक उपलब्ध नहीं था। उन्होंने कहा कि लिनेन मुहैया कराने की अतिरिक्त लागत करीब 60-70 रुपये प्रति यात्री है।
अब भारतीय रेलवे लोगों को भोजन मेन्यू को लेकर नई सुविधा दे रहा है। डायबटिज के मरीज, बच्चों और अपने क्षेत्र के खाने के शौकीन लोगों को उनके हिसाब से भोजन दिया जाएगा। रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम को ट्रेनों के लिए अपने भोजन मेनू को बदलने की छूट दी है। इस नए भोजन मेन्यू के तहत यात्रियों को उनके हिसाब से क्षेत्रीय और मौसमी भोजना दिया जाएगा। इस भोजन का चार्ज आपके टिकट में शामिल नहीं होगा, लेकिन अगर पहले से ही भोजन टिकट में शामिल किया गया है, तो मेन्यू यात्री के हिसाब से नहीं होकर आईआरसीटीसी के मुताबिक तय किया जाएगा।
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