नई दिल्ली। इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) में 148 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। बैंक ने शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी।
बैंक ने जारी एक बयान में कहा कि संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार होने से ये लाभ हुआ है। सालभर पहले इसी तिमाही में बैंक को 2,254 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वहीं, बैंक का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही की तुलना में 22.3 फीसदी बढ़ा है। ज्ञात हो कि पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 121 करोड़ रुपये रहा था।
आय में हुई 8.1 फीसदी बढ़ोतरी
बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि इस दौरान उसकी कुल आय साल भर पहले के 5,024 करोड़ रुपये से 8.1 फीसदी बढ़कर 5,431 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। इस दौरान उसकी ब्याज से प्राप्त आय साल भर पूर्व के 4,276 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,363 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।
संपत्ति की गुणवत्ता में हुआ सुधार
आईओबी ने कहा कि आलोच्य अवधि के दौरान उसकी संपत्ति की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इस दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 20 फीसदी से घटकर 13.04 फीसदी पर आ गई है। मूल्य के संदर्भ में ये 28,673.95 करोड़ रुपये से कम होकर 17,659.63 करोड़ रुपये रह गई है।
बैंक का एनपीए 9.84 फीसदी घटा
इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 9.84 फीसदी यानी 12,507.97 करोड़ रुपये से कम होकर 4.30 फीसदी यानी 5,920.60 करोड़ रुपये रह गया। इसके कारण एनपीए व अन्य कारकों के लिए किया जाने वाला प्रावधान भी 2,996.04 करोड़ रुपये से कम होकर 1,192.55 करोड़ रुपये पर आ गया है, जिससे बैंक को लाभ प्राप्त हुआ है। (एजेंसी, हि.स.)
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