इन्दौर (Indore)। इंदौर सहित पूरे देश में 24 घण्टे की देशव्यापी हड़ताल (Nationwide strike) आज सुबह 6 बजे भले ही खत्म हो गई है, मगर जब तक प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने के अलावा हमारी अन्य 2 मांगों को भारत सरकार मंजूर नहीं करती, तब तक इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर लगातार विरोध करता रहेगा। यह बात आज सुबह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर के अध्यक्ष डॉक्टर नरेंद्र पाटीदार ने अग्निबाण से कही। पाटीदार ने कहा कि हमारी 3 मुख्य मांगें हैं। इन मांगों के पूरा होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
हमारी पहली मांग है कि- ह्म् ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी और हत्या का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे डॉक्टरों पर हमले करवाने वाली ममता बनर्जी की सरकार को भारत सरकार तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाए ह्म् दूसरी मांग है कि ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या करने वाले दरिंदे को फांसी हो और उसका साथ देने वालों को उम्रकैद हो औऱ इसका विरोध करने वाले डाक्टर्स पर हमले करने और करवाने वालों की पहचान उजागर की जाए और इन्हें कानूनन कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। ह्म् तीसरी मांग है कि भारत सरकार पूरे देश के डाक्टर्स की सुरक्षा के लिए कड़ा प्रोटेक्शन एक्ट बनाए । इसे पूरे देश में लागू किया जाए। जब तक हमारी यह तीनों मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लगातार विरोध जताते रहेगा।
जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन का दावा
अनिश्चित कालीन हड़ताल के मामले में हाईकोर्ट के दखल के बाद जूनियर डाक्टर्स ऐसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर हरेंद्र प्रताप ने कहा कि हम उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश का सम्मान करते हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद हमने अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित जरूर कर दी है, मगर इसका मतलब यह नहीं है कि हमने हड़ताल खत्म कर दी है। हम अब भी प्रोटेक्शन एक्ट से सम्बंधित हमारी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे।
हड़ताल के दौरान 1500 से ज्यादा मरीजों का इलाज
हड़ताल के दौरान प्रशासन ने दावा किया था महात्मा गांधी स्मृति मेडिकल कॉलेज सहित सभी सरकारी हॉस्पिटल में ओपीडी और इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाएं चालू रहेंगी। इस मामले में मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि हड़ताल के दौरान मेडिकल कॉलेज से सम्बंधित एमवाय हॉस्पिटल सहित अन्य अस्पतालों में इलाज कराने आने वाले मरीजों की संख्या घटकर लगभग 20 से 25 प्रतिशत हो गई थी। 14 अगस्त से लेकर पिछले 3 दिनों में 1500 से ज्यादा मरीजों का इलाज और लगभग 8 जरूरी ऑपरेशन भी किए गए।
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