जम्मू । जम्मू-कश्मीर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर (On LoC in Jammu-Kashmir) कुछ जगहों पर (At some Places) पाकिस्तानी सेना की फायरिंग का (To the Firing by Pakistani Army) भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया (Indian Army gave befitting Reply) । भारतीय सेना ने कहा, “पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर कुछ स्थानों पर छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारतीय सेना ने इसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया । कोई हताहत नहीं हुआ।
बता दें कि आतंकवादियों द्वारा 26 नागरिकों की नृशंस हत्या के बाद दोनों देशों के बीच तनाव नए स्तर पर पहुंच गया है। पहलगाम आतंकी हमले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा था कि आतंकियों, उनके हैंडलर्स और समर्थकों का पीछा किया जाएगा और दुनिया के किसी भी कोने में उनसे बदला लिया जाएगा। नागरिक हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने और उनकी तलाश के लिए पहलगाम के बैसरन मैदान में चौथे दिन भी बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रहा।
अन्य आतंकवाद विरोधी अभियानों में गुरुवार को उधमपुर जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक सैनिक शहीद हो गया। सेना ने बताया था कि विशेष खुफिया सूचना के आधार पर गुरुवार को बसंतगढ़ (उधमपुर) में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान शुरू किया गया। संपर्क स्थापित किया गया और भीषण गोलीबारी शुरू हो गई। शुरुआती मुठभेड़ में हमारे एक बहादुर जवान को गंभीर चोटें आईं और बाद में बेहतरीन चिकित्सा प्रयासों के बावजूद उनका बलिदान हो गया। ऑपरेशन जारी है।”
गुरुवार को कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक और मुठभेड़ शुरू हुई। आतंकवादियों के खिलाफ अभियान गोलीबारी के साथ शुरू हुआ, लेकिन शुक्रवार सुबह से गोलीबारी की कोई खबर नहीं है। सुरक्षा बलों ने गुरुवार को पुंछ जिले में आतंकवादियों के खिलाफ एक और अभियान शुरू किया। बैसरन मैदान हत्याकांड के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने और उनकी तलाश के लिए पहलगाम क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान के अलावा वर्तमान में तीन ऑपरेशन चल रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास बसे गांवों में विलेज डिफेंस गार्ड (वीडीजी) सदस्यों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। ऐसे में वीडीजी सदस्य अपने गांवों की हिफाजत के लिए दिन-रात डटकर मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं। ये सदस्य गश्त, नाकेबंदी और घात लगाकर किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
पुंछ के सीमावर्ती गांवों में रहने वाले वीडीजी सदस्य दिनभर अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी का इंतजाम करने के बाद शाम को आराम करने के बजाय हथियार उठाकर गांव की सुरक्षा में जुट जाते हैं। ये लोग अपनी एसएलआर और ऑटोमैटिक राइफलों के साथ रात में गश्त करते हैं, ताकि कोई भी अनहोनी न हो। वीडीजी सदस्यों ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद उनके दिलों में गुस्सा है और वे पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं।
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