नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) स्थित एलओसी (LoC) (पुंछ) में सोमवार को भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा घुसपैठ (intrusion) की बड़ी कोशिश (Effort) को नाकाम किए जाने की सूचना है। हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर अधिक जानकारी की प्रतिक्षा है। इससे पहले सोमवार को ही श्रीनगर पुलिस (Srinagar Police) ने प्रतिबंधित आतंकी (terrorist) संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी सलीम (terrorist salim) पर्रे को एक विदेशी आतंकवादी के साथ मार गिराया था। आईजीपी (IGP) कश्मीर ने इस कार्रवाई की पुष्टि की थी। कि इस रविवार को भारतीय सेना ने भी जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी आतंकवादी (terrorist) को मार गिराया था। इस घटना की जानकारी देते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान (Pakistan) पर दोनों सेनाओं के बीच चल रहे संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया।
मेजर जनरल अभिजीत एस पेंढारकर, जीओसी 28 डिवीजन ने कुपवाड़ा में पत्रकारों (journalists) से हुई चर्चा में कहा, ‘नियंत्रण रेखा के पार दोनों सेनाओं (armies) के बीच चल रहे युद्धविराम समझौते के उल्लंघन हुआ है। एक जनवरी को कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश की गई। वहां तैनात सैनिकों ने त्वरित कार्रवाई में उस आतंकवादी को मार गिराया, जिसे बाद में एक पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शब्बीर मलिक के रूप में पहचाना गया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह स्पष्ट रूप से स्थापित करता है कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित करना जारी रखता है। पाकिस्तानी सेना को संदेश भेजकर मारे गए व्यक्ति का शव वापस लेने के लिए कहा गया है।’
अधिकारी के अनुसार, बैट को नियमित पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों का मिश्रण कहा जाता है, जो सीमा पर भारतीय सेना पर हमलों के लिए जाने जाते हैं। पाकिस्तान ने हमेशा इन आरोपों का खंडन किया है। मारे गए व्यक्ति के सामान की तलाशी में पाकिस्तानी राष्ट्रीय पहचान पत्र और टीकाकरण प्रमाण पत्र (पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा विनियमन और समन्वय सरकार मंत्रालय द्वारा जारी) से पता चला कि उसकी पहचान मोहम्मद शब्बीर मलिक के रूप में हुई है। सामान में सेना की वर्दी में शब्बीर के नाम का टैब पहने घुसपैठिए की एक तस्वीर भी शामिल है।’
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