नई दिल्ली: भारत और यूएई यानी संयुक्त्त अरब अमीरात दोनों रणनीतिक साझेदार हैं. 2 जनवरी 2024 यानी मंगलवार से डिजर्ट साइक्लोन नाम से दोनों देश एक संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू होने जा रहा है. यह भारत और यूएई के रिश्तों में एक मील का पत्थर कहा जा रहा है. यह सैन्य अभ्यास 2 जनवरी से लेकर 15 जनवरी तक चलेगा. सैन्य अभ्यास राजस्थान में होने जा रहा है.
इस सैन्य अभ्यास का मकसद है कि शहरी क्षेत्रों में होने वाले ऑपरेशन में दोनों देशों की सेनाएं दक्षता हासिल करें. सैन्य अभ्यास के दौरान भारत और यूएई दोनों देशों की सेनाएं अपनी बेहतरीन सीख और समक्ष को एक दूसरे के साथ साझा करेंगी. राजस्थान का थार का इलाका इस संयुक्त अभ्यास के लिए चुना गया है.
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच साल 1972 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए. साल 1972 ही था जब दिल्ली में यूएई ने अपना दूतावास खोला जबकि अगले ही साल भारत सरकार ने अबू धाबी में अपना दूतावास खोला. इस तरह भारत और यूएई ने संबंधों की एक नई लकीर खींचने का प्रयास किया गया. यह उसके बाद से लगातार पिछले 50 बरसों से अनवरत जारी है. भारत और यूएई के बीच रिश्ते महज रक्षा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि दोनों देश व्यापारिक तौर पर भी लगातार अपनी साझेदारी बढ़ाते जा रहे हैं.
इसी साल की शुरुआत में भारत और यूएई के बीच एक ऐतिहासिक ‘जायद तलवार’ नाम से संयुक्त सैन्य अभ्यास हुआ था. इसमें भारतीय सेना की ओर से नेवी के दो जहाज, आईएनएस विशाखापत्तनम और आईएनएस त्रिकांड ने अपनी भागीदारी निभाई थी. तब रियल एडमिरल विनीत मैक्कार्टी, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट ने भारत की तरफ से कमान संभाला था. इसके जरिये दोनों सेनाओं के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश हुई थी. दोनों देशों के बंदरगाह भी लगातार संपर्क में रहते हैं.
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