नई दिल्ली। भारत (India) इस साल जी20 देशों की अध्यक्षता करेगा। इसका एलान पहले ही हो चुका है। वहीं, एक दिसंबर यानी आज औपचारिक रूप से भारत जी20 (G20) की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। इस मौके को खास बनाने के लिए केंद्र ने विशेष तैयारियां की हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया है कि इस अवसर पर देश भर में 100 से अधिक स्मारकों पर G20 लोगो को दिखाया जाएगा। इसके लिए विशेष तैयारियां भी गई हैं।
सूत्रों ने बताया कि अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद जी20 शिखर सम्मेलन (g20 summit) तक देश भर के 50 शहरों में 200 से अधिक बैठकों की योजना बनाई गई है। इनमें से कुछ बैठकों की मेजबानी करने के लिए देश के उन हिस्सों का चयन किया गया है जिनके बारे में लोगों को बेहत कम जानकारी है। सूत्रों के मुताबिक, इसके पीछे पीएम मोदी का उद्देश्य है कि सभी जिलों और ब्लॉक को जी20 से जोड़ा जाए और पीएम मोदी (PM Modi) के विजन को जनभागीदारी के जरिए जन-जन तक संदेश पहुंचाया जाए।
पीएम मोदी ने किया था लॉन्च
जी20 की अध्यक्षता का एलान होने के बाद पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जी20 के नए लोगो-थीम और वेबसाइट का अनावरण (unveiling) किया था। इस मौके पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि G-20 का ये Logo केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है बल्कि ये एक संदेश है। ये एक भावना है, जो हमारी रगों में है। ये एक संकल्प है, जो हमारी सोच में शामिल रहा है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि एक दिसंबर से भारत G20 की अध्यक्षता करेगा। भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है इसलिए आज इस समिट की वेबसाइट, थीम और लोगो को लांच किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
40 से अधिक मिशन प्रमुखों ने अंडमान का किया था दौरा
वहीं, एक दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने से पहले हाल ही में 40 से अधिक मिशन प्रमुखों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों (international organizations) के प्रमुखों ने जी20 कार्यक्रम के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का दौरा किया था। इस दौरान प्रतिनिधियों ने सेल्युलर जेल का दौरा किया जहां लेखक और विचारक वीर सावरकर को अंग्रेजों ने कैद कर रखा गया था।
75 वर्षों की अपनी उपलब्धियों और प्रगति बताएगा भारत
भारत जी-20 में संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, विविधता और 75 वर्षों की अपनी उपलब्धियों और प्रगति को भी पेश करेगा। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार भारत अपनी अध्यक्षता में अगले साल 9 और 10 सितंबर को जी-20 के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। पहली तैयारी बैठक 4-7 दिसंबर को उदयपुर में होगी।
सबसे बड़ा आयोजन बनाने की मुहिम
मंत्रालय के मुताबिक कार्यक्रम को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है। भारत जिस बड़े पैमाने पर सम्मेलन के आयोजन की रूपरेखा तैयार कर रहा है उतने बड़े पैमाने पर अब तक जी-20 की बैठक नहीं हुई है। चीन में 14 और इंडोनेशिया में 25 शहरों में जी-20 की बैठक आयोजित हुई थीं।
75 विश्वविद्यालयों के युवा बनेंगे सम्मेलन का हिस्सा
देश के 75 विश्वविद्यालयों के युवाओं को सम्मेलन का हिस्सा बनाने की योजना है। जी-20 से संबंधित सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे जहां लोग फोटो खिंचा सकेंगे। ऑडियो-वीडियो के माध्यम से देश के नागरिकों को सम्मेलन की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। एफएम रेडियो भी प्रचार का माध्यम बनेगा।
दक्षिण एशियाई देशों के हितों और चिंताओं को प्रमुखता : जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत जी-20 की अपनी अध्यक्षता के दौरान दक्षिणी एशियाई देशों के मौजूदा हितों और चिंताओं को प्रमुखता के साथ दुनिया के सामने रखना चाहेगा। विदेश मंत्रालय की तरफ से आयोजित ग्लोबल टेक्नोलॉजी समिट के सातवें संस्करण में जयशंकर ने कहा, हमें लगता है कि इन देशों को दरकिनार किया गया है। उन्होंने भू-राजनीतिक और उभरती विश्व व्यवस्था में तकनीक के महत्व को रेखांकित किया।
यूक्रेन युद्ध से प्रभावित देशों को भारत से उम्मीद : शृंगला
जी-20 के लिए भारत के मुख्य समन्वयक वरिष्ठ राजनयिक हर्षवर्धन शृंगला ने कहा कि कोविड महामारी के प्रतिकूल प्रभावों और यूक्रेन युद्ध परिणामों को महसूस करने वाले विकासशील देशों को भारत की अध्यक्षता से बहुत उम्मीदें हैं। उन्हें लगता है कि युद्ध के चलते खाद्य वस्तुओं और ऊर्जा आयात की बढ़ती लागत से उनकी अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को भारत की अध्यक्षता में आवाज मिलेगी। उनकी परेशानियां सुनी जाएंगी।
G20 में नागालैंड के हॉर्नबिल महोत्सव का किया जाएगा प्रदर्शन
भारत जी -20 के दौरान नागालैंड के हॉर्नबिल महोत्सव को प्रदर्शित करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, G20 के मुख्य समन्वयक, हर्षवर्धन श्रृंगला ने हाल ही में नागालैंड के मुख्यमंत्री नीफू रियो के साथ जी-20 के दौरान महोत्सव को लेकर चर्चा की थी।
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