नई दिल्ली। केंद्र सरकार (Central government) देश की तीनों सेनाओं के बीच समन्वय को बढ़ाने के लिए एक संयुक्त थिएटर कमान स्थापित करने जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने रविवार को इसकी घोषणा की। जम्मू कश्मीर पीपुल्स फोरम की ओर से भारतीय सशस्त्र बलों के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में सिंह ने कहा कि (करगिल में ऑपरेशन विजय में संयुक्त अभियान के मद्देनजर) हमने (देश में) संयुक्त थिएटर कमान स्थापित करने का फैसला किया है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत रक्षा उपकरणों के मामले में दुनिया के सबसे बड़े आयातक से एक निर्यातक बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए करगिल शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को देश नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा, ‘समाज और लोगों का यह कर्तव्य है कि वे शहीदों और उनके परिवारों को पूरा सम्मान दें।’ जून 2021 में, सरकार ने थिएटर की योजनाओं को बेहतर करने और सभी हितधारकों, विशेष रूप से भारतीय वायु सेना को नए संयुक्त ढांचे के तेजी से रोल-आउट के लिए बोर्ड पर लाने के लिए आठ सदस्यीय पैनल का गठन किया।
एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना के थिएटराइजेशन मॉडल, जिसका लंबे समय से इंतजार हो रहा है, इसके जरिए इमरजेंसी के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने में मदद मिल सकती है। थिएटर कमान को स्थापित करने में करीब पांच साल का समय लग सकता है। बता दें कि थिएटर कमान का सही इस्तेमाल युद्ध के दौरान तब होता है जब भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेना प्रमुखों के बीच तालमेल होती है। इसके जरिए तीनों सेनाओं के संसाधनों और उसके हथियार का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर एक साथ किया जा सकता है।
रक्षा उत्पादन का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा, ‘भारत (रक्षा उत्पादों का) दुनिया का सबसे बड़ा आयातक था। आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा आयातक नहीं है, बल्कि रक्षा निर्यात में शामिल शीर्ष 25 देशों में से एक है।’ सिंह ने कहा कि देश ने 13,000 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात शुरू कर दिया है और 2025-26 तक इसे बढ़ाकर 35,000 रुपये से 40,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा गया है।
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