नई दिल्ली । भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) की सीमा पार आतंकवाद (Terrorism) को समर्थन देने और विवादास्पद इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक (zakir naik) का स्वागत करने की आलोचना की है। भारतीय अधिकारियों के लिए नाइक पहले ही वांटेड घोषित है। नई दिल्ली ने इस्लामाबाद की इन हरकतों को शांति के लिए सबसे बड़ी बाधा बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘दुनिया जानती है कि वास्तविक मुद्दा पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देना और प्रायोजित करना है। यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी बाधा है।’
जाकिर नाइक ने बीत दिनों पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी व पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से लाहौर में मुलाकात की थी। इसे लेकर सवाल पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है जब नाइक को पाकिस्तान में सम्मानित किया गया है। यह दिखाता है कि उनके मेजबानों का क्या नजरिया है और यह हमारे लिए क्या मायने रखता है। एक ऐसे व्यक्ति को इतना समर्थन देने का क्या मतलब है जो यहां वांटेड हो।’ मालूम हो कि जाकिर नाइक पर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और घृणा भरे भाषणों से उग्रवाद को भड़काने का आरोप है। वह पिछले महीने पाकिस्तान पहुंचा था। 2016 में भारत से भागने और मलेशिया के स्थायी निवासी बनने के बाद उसका भारतीय पासपोर्ट रद्द कर दिया गया।
क्या नौरोज त्योहार के लिए मिला निमंत्रण?
रणधीर जायसवाल से पूछा गया कि क्या भारतीय पक्ष को नौरोज त्योहार मनाने के लिए पाकिस्तानी हाई कमिशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर सकता हूं कि उन्होंने किसी को आमंत्रित किया था या नहीं। आमंत्रण संबंधों पर निर्भर करते हैं, है ना? आमंत्रणों का सम्मान किया जाता है। उन्हें स्वीकार करना संबंधों की प्रकृति पर निर्भर करता है।’ बीते दिनों दोनों देशों ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 1948 में पाकिस्तान की ओर से पूर्व राज्य के एक हिस्से पर अवैध कब्जा कर लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान से अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करने का आग्रह किया था।
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