नई दिल्ली: जुलाई महीने की शुरुआत होते ही भारत और पाकिस्तान ने एक दूसरे की जेलों में बंद कैदियों और मछुआरों की सूची का आदान प्रदान किया है. नई दिल्ली ने 254 भारतीय मछुआरों और चार नागरिकों की स्वदेश वापसी में तेजी लाने की मांग की. सभी ने अपनी जेल की सजा पूरी कर ली है.
साल 2008 में हुए काउंसलर समझौते के तहत 1 जनवरी और 1 जुलाई को दोनों देश कैदियों की सूची साझा करते हैं. पाकिस्तान के मुताबिक उसकी कैद में भारत के 42 नागरिक कैदियों और 266 मछुआरे हैं, जिनकी एक सूची साझा की है. वहीं भारत ने अपनी हिरासत में बंद पाकिस्तान के 343 नागरिक कैदियों और 74 मछुआरों की सूची साझा की है.
विदेश मंत्रालय ने की ये मांग
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से जारी एक बयान के अनुसार पाकिस्तान की हिरासत में कैदियों, लापता भारतीय रक्षा कर्मियों और मछुआरों को उनकी नावों सहित जल्द रिहा करने और वापस भेजने की मांग की. बयान में पाकिस्तान को 254 भारतीय मछुआरों और चार भारतीय नागरिक कैदियों की रिहाई और स्वदेश वापसी में तेजी लाने के लिए कहा गया, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है और जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि की जा चुकी है. इसके अलावा पाकिस्तान से मछुआरों सहित कैदियों की राष्ट्रीयता की स्थिति की पुष्टि करने के लिए अपने स्तर पर आवश्यक कार्रवाई में तेजी लाने का आग्रह किया है.
2,559 भारतीय मछुआरों और 63 कैदियों को पाकिस्तान से लाया गया है वापस
विदेश मंत्रालय से जारी बयान में कहा गया है कि 2014 के बाद से 2,559 भारतीय मछुआरों और 63 भारतीय नागरिक कैदियों को पाकिस्तान से वापस लाया गया है. इसमें इस साल अब तक 398 भारतीय मछुआरों और पांच नागरिक कैदियों को वापस लाया गया है.
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