नई दिल्ली: भारतीय स्मार्टवॉच बाजार ने वैश्विक स्तर पर 2022 की दूसरी तिमाही में चीन को पीछे छोड़ दिया है. उत्तरी अमेरिका पहले स्थान पर है और अब दूसरे स्थान पर भारत ने कब्जा जमा लिया है. काउंटरपॉइंट रिसर्च की ग्लोबल स्मार्टवॉच मॉडल ट्रैकर रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्मार्टवॉच का बाजार वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 300% की वृद्धि हुई है, जिसने उसे चीन से आगे कर दिया है.
स्थानीय स्मार्टवॉच निर्माताओं जैसे फायर- बोल्ट और न्वॉइज की इसमें बड़ी भागीदारी है. दिलचस्प बात यह है कि उच्च मुद्रास्फीति, आपूर्ति-श्रृंखला व्यवधान और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच वैश्विक शिपमेंट बाजार में साल-दर-साल 13% की वृद्धि हुई है. चीन ने आर्थिक मंदी के कारण स्मार्टवॉच बाजार में साल-दर-साल 9% की सबसे बड़ी गिरावट देखी थी.
कंपनी के सहयोगी निदेशक सुजोंग लिम के अनुसार, बाजार ने दूसरी तिमाही में अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि हमें तीन महीने पहले की उम्मीद थी. हालांकि, जैसा कि अपेक्षित था, चीन की आर्थिक मंदी के कारण उसके बाजार में साल-दर-साल गिरावट आई, जिसमें प्रमुख चीनी ब्रांड जैसे हुआवेई, इमू और अमेजफिट में साल-दर-साल सीमित वृद्धि या गिरावट देखी गई. फिर भी, यह देखते हुए कि इसी अवधि के दौरान स्मार्टफोन बाजार में सालाना 9% की गिरावट आई है, हम मानते हैं कि स्मार्टवॉच बाजार स्वस्थ विकास के लिए सही रास्ते पर है.
Apple लगभग 30% बाजार हिस्सेदारी के साथ वैश्विक स्तर पर स्मार्टवॉच मैन्यूफैक्चरर का नेतृत्व कर रहा है, इसके शिपमेंट में 8% साल दर साल की वृद्धि हुई है. सैमसंग 40% साल दर साल वृद्धि के साथ अपना दूसरा स्थान बनाए हुए है, क्योंकि इसकी गैलेक्सी वॉच 4 सीरीज अपनी लोकप्रियता बनाए रखती है. जबकि तीसरा स्थान 6.8% बाजार हिस्सेदारी के साथ हुआवेई द्वारा लिया गया है, ब्रांड कई वर्षों से चीन में शीर्ष स्मार्टवॉच निर्माता रहा है. लेकिन वैश्विक विस्तार से ब्रेक के बाद ब्रांड को सैमसंग से अपना दूसरा स्थान हासिल करना मुश्किल होगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved