डेस्क: भारत आज दुनिया की पांचवी बड़ी इकोनॉमी बन चुका है. दूसरी तरफ भारत की आजादी के साथ ही अस्तित्व में आया पड़ोसी देश पाकिस्तान आईएमएफ से मिले कर्ज के सहारे अपनी इकोनॉमी की गाड़ी का पहिया किसी तरह घुमा रहा है. फिर भी एक मामले में जहां पिछले कुछ हफ्तों से भारत को नुकसान हो रहा है, तो वही पाकिस्तान इस मामले में जश्न मनाए जा रहा है.
यहां बात हो रही है भारत और पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व यानी विदेशी मुद्रा भंडार की. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार जहां पिछले कुछ हफ्तों से गिरावट का सामना कर रहा है. वहीं इस दौरान पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व बढ़ा है. हालांकि दोनों देशों के विदेशी मुद्रा भंडार की वैल्यू के आधार पर तुलना नहीं हो सकती है, क्योंकि दोनों में काफी अंतर है.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 25 अक्तूबर को समाप्त हुए हफ्ते में 3.46 अरब डॉलर घटकर 684.80 अरब उॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बारे में लेटेस्ट डेटा जारी किया है. जबकि सितंबर के आखिर में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 704.88 अरब डॉलर के अपने ऑल टाइम हाई पर चला गया गया था.
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में अलग-अलग देशों की मुद्राओं के साथ गोल्ड रिजर्व, भारत को आईएमएफ से मिले स्पेशल ड्राइंग राइट, आईएमएफ के पास जमा भारतीय मुद्रा इत्यादि को शामिल किया जाता है. भारत अपने फॉरेक्स रिजर्व में अलग-अलग देशों की मुद्राएं रखता है, लेकिन उनकी गणना डॉलर में ही करता है.
अब 25 अक्तूबर को खत्म हुए सप्ताह में भारत के पास मौजूद विदेशी मुद्राओं की टोटल वैल्यू 593.75 अरब डॉलर पर आ गई. देश का गोल्ड रिजर्व 68.52 अरब डॉलर का हो गया. वहीं देश का एसडीआर 18.21 अरब डॉलर और आईएमएफ के पास मौजूद रिजर्व पोजिशन 4.30 अरब डॉलर की रह गई.
दूसरी ओर पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान’ ने भी 25 अक्टूबर वाले हफ्ते में फॉरेक्स रिजर्व का डेटा जारी किया है. पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व 25 अक्टूबर वाले सप्ताह में 16.04 अरब डॉलर रहा है, जो इससे ठीक पहले वाले यानी 18 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह 16.01 अरब डॉलर था. इसका मतलब उसका फॉरेक्स रिजर्व बढ़ा है.
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