कोलंबो। पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) इस समय भारी आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा है, यहां तक कि हालात बेकाबू हो गये हैं। आर्थिक स्थितियों से परेशान सैकड़ों लोगों की भीड़ ने राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे (President) के आवास में जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया। इस पर पुलिस को गोलीबारी करनी पड़ी, जिसमें दस लोग घायल हो गए हैं, वहीं सड़कों पर लोग उतर आए हैं जिससे स्थिति और खराब होती जा रही है।
श्रीलंका Sri Lanka में लगातार बढ़ती महंगाई और कम होती आवश्यक वस्तुओं ने लोगों में गुस्सा बढ़ा दिया है। इस मसले पर श्रीलंका सरकार के रवैये को लेकर भी आक्रोश है। लगातार प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं। कोलंबो में तो एक दिन के लिए कर्फ्यू तक लगाना पड़ा था।
बता देश कि विदेशी मुद्रा भंडार लगभग समाप्त हो जाने और कई देशों के कर्ज से दबे पड़ोसी देश के ऊपर दिवालिया होने का संकट उत्पन्न हो गया है। श्रीलंका को इस संकट से उबारने के लिए कई देश आगे आए हैं लेकिन भारत इसमें सबसे अधिक भूमिका निभा रहा है। भूखमरी को खत्म करने के लिए भारत ने श्रीलंका के लिए 40 हजार टन चावल का सप्लाई किया है। सबसे राहत की बात ये है कि चावल की सप्लाई श्रीलंका में एक प्रमुख त्योहार से पहले की जा रही है। उम्मीद है कि भारत द्वारा की गई इस मदद से श्रीलंका को कुछ राहत मिलेगी।
प्रदर्शन के वक्त राजपक्षे अपने आवास पर नहीं थे। राष्ट्रपति निवास के आसपास के इलाकों में आगजनी के बाद वाहनों का मलबा पड़ा नजर आया। श्रीलंका में ईंधन की भारी किल्लत हो गई है। पेट्रोल पंपों पर डीजल नहीं मिलने के कारण सार्वजनिक बसों व अन्य वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। श्रीलंका की सरकारी बिजली कंपनी ने जनरेटरों के लिए बिजली नहीं मिलने से 12 घंटे की कटौती शुरू कर दी है। यह देश के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी कटौती है।
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