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गाम्बिया Cough Syrup मामले में WHO से मिली जानकारी को भारत ने अपर्याप्त बताया

October 16, 2022

नई दिल्ली। भारत (Indis) ने गाम्बिया (Gambia) में 66 बच्चों की मौत के मामले (66 child death cases) में देश में बने चार कफ सिरप (4 Cough Syrup) से जुड़ाव संबंधी विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization-WHO) की ओर से साझा की गई क्लीनिकल जानकारी को अपर्याप्त बताया है। डब्ल्यूएचओ की ओर से भेजी गई रिपोर्ट की जांच कर रही केंद्र सरकार की ओर से गठित कमेटी ने कहा कि संगठन को मामले से जुड़ी और विस्तृत जानकारी भेजनी चाहिए थी। समिति ने कहा है कि शवों से जुड़ी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी संगठन की ओर से साझा की जा सकती थी।

भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) वी जी सोमानी ने शनिवार को डब्ल्यूएचओ को इस बात की जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ के रुतेंडो कुवाना ने 13 अक्टूबर को डीसीजीआई को पत्र लिखकर चार कफ सिरप की निर्माता कंपनी सोनीपत स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स की जांच मामले में प्रगति से अवगत कराने को कहा था। डॉ सोमानी ने ई-मेल से भेजे जवाब में शनिवार को कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया है, जो प्रतिकूल घटना रिपोर्ट के विवरण और डब्ल्यूएचओ द्वारा साझा किए गए या साझा किए जाने वाले सभी संबंधित विवरणों की जांच और विश्लेषण करने तथा इसके अनुरूप सिफारिश करने के लिए है।


सोमानी ने कहा कि दवाओं पर स्थायी राष्ट्रीय समिति के उपाध्यक्ष डॉ वाई के गुप्ता की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति ने अपनी पहली बैठक में डब्ल्यूएचओ से अब तक प्राप्त रिपोर्ट और संवाद पर गौर किया है और कई टिप्पणियां की हैं। टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए डॉ सोमानी ने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ द्वारा अब तक साझा की गई क्लीनिक ​​विशेषताएं और बच्चों को मिला उपचार एटिओलॉजी (रोगों के कारणों का अध्ययन करने वाला विज्ञान) को निर्धारित करने के लिए अपर्याप्त है।’

पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट भेजनी थी
डॉ सोमानी ने कहा कि अगर शव का पोस्टमार्टम किया गया था तो डब्ल्यूएचओ द्वारा एक विस्तृत रिपोर्ट साझा की जा सकती है। डॉ सोमानी ने एकत्रित और विश्लेषण किए गए मल के नमूनों की संख्या और गुर्दे के नुकसान वाले बच्चों की संख्या के बारे में विवरण मांगा है, जिनसे जैविक नमूने एकत्र किए गए थे। उन्होंने एकत्र किए गए और परीक्षण किए गए उत्पाद नमूनों का विवरण भी मांगा (उनकी रचनाओं, निर्माताओं के साथ) जो ईजी और डीईजी के लिए नकारात्मक बताए गए थे। डीसीजीआई ने आगे बताया कि विचाराधीन निर्माता के संबंध में जांच आगे बढ़ी है।

समीक्षा के बाद कार्रवाई की सिफारिश
समिति प्रतिकूल घटना रिपोर्ट, कारण संबंध और डब्ल्यूएचओ द्वारा पहले से साझा या साझा किए जाने वाले सभी संबंधित विवरणों की जांच और विश्लेषण करने के बाद भारत के औषधि महानियंत्रक को आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। डब्ल्यूएचओ द्वारा मौतों का कारण संबंध अभी तक प्रदान नहीं किया गया है। डब्ल्यूएचओ ने अब तक सीडीएससीओ के साथ, प्रत्येक नमूना उत्पादों के विश्लेषण के प्रमाण पत्र, उनकी तस्वीरें और प्रतिकूल घटनाओं का सारांश साझा किया है।

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