नई दिल्ली: गुजरात में भारत का पहला स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्र (India’s First Indigenous Nuclear Power Plant) स्थापित किया गया है. इस पहले स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्र काकरापार परमाणु ऊर्जा परियोजना (KAPP) ने बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है. पावर प्लांट शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने इस मौके पर वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई भी दी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की. गुजरात में 700 मेगावाट क्षमता वाले पहले सबसे बड़े स्वदेशी काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर दिया है. हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई.’
केएपीपी-3 700 मेगावाट क्षमता का प्रथम स्वदेशी दाबित भारी पानी रिएक्टर (PHWR) है. इसे भारतीय वैज्ञानिकों और अभियंताओं द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है. बताते चलें कि न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) ने देश भर में 700 मेगावाट के 16 PHWR स्थापित करने का लक्ष्य रखा है.
इनमें से राजस्थान के रावतभाटा (RAPS 7 और 8) और हरियाणा के गोरखपुर (GHAVP 1 और 2) में निर्माण कार्य जोर-शोर के साथ चल रहा है. साथ ही सरकार ने हरियाणा के गोरखपुर, मध्य प्रदेश के चुटका, राजस्थान के माही बांसवाड़ा और कर्नाटक के कैगा में 4 बड़े मोड में 10 स्वदेशी रूप से विकसित PHWR के निर्माण को मंजूरी दे दी है. परमाणु ऊर्जा संयंत्र काकरापार, गुजरात में ताप्ती नदी पर सूरत से करीब 80 किमी दूर है.
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