डेस्क: भारतीय टीम ने धमाकेदार अंदाज में चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 5 विकेट से हरा दिया। इस मैच में भारत के लिए गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया। भारत ने इंग्लैंड को जीतने के लिए 192 रनों का टारगेट दिया। भारत ने शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल की बेहतरीन पारियों के दम पर इस टारगेट को हासिल कर लिया। भारत ने लगातार तीन टेस्ट मैच जीतकर सीरीज में 3-1 की बढ़त हासिल कर ली है। मैच जीतते ही रोहित शर्मा की कप्तानी में एक बड़ा करिश्मा हुआ है।
इंग्लैंड ने भारत को जीतने के लिए 192 रनों का टारगेट दिया। भारत को रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी ने मजबूत शुरुआत दी, लेकिन शोएब बशीर ने बेहतरीन गेंदबाजी करके इंग्लैंड की वापसी करवा दी। इससे मैच फंसता हुआ नजर आ रहा था, लेकिन शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल ने धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी की और मैदान पर अपना संयम नहीं खोया। इन दोनों प्लेयर्स ने ही टीम इंडिया को जीत दिला दी। गिल ने 52 और जुरेल ने 39 रनों की पारी खेली।
साल 2013 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि टीम इंडिया ने भारत में 150+ टारगेट को चेज किया है। यानी भारतीय टीम ने पिछले 11 साल में पहली बार 150+ टारगेट को चेज किया है। टीम इंडिया ने आखिरी बार साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 158 रन बनाकर मैच जीता था।
टीम इंडिया ने की दमदार वापसी
भारतीय टीम को इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच में 28 रनों से हरा दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने दूसरे टेस्ट मैच में 106 रनों से, तीसरे टेस्ट मैच में 434 रनों और चौथे टेस्ट मैच में 5 विकेट से जीत दर्ज कर ली। भारतीय टीम ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। ऐसा कुल सातवीं बार हुआ है कि टीम इंडिया ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद टेस्ट सीरीज जीती हो।
0-1 से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम की टेस्ट सीरीज में जीत:
ऐसा करने वाले पहले कप्तान बने रोहित
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम के बैजबॉल दौर में पहली सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। रोहित शर्मा पहले ऐसे कप्तान बने हैं। जिसने बैजबॉल दौर में इंग्लैंड को हराया है। स्टोक्स-मैकुलम के बैजबॉल दौर में इंग्लैंड ने 8 टेस्ट सीरीज खेली हैं, जिसमें से इंग्लैंड ने चार में जीत हासिल की है। वहीं तीन टेस्ट सीरीज ड्रॉ रही है। अब एक टेस्ट सीरीज हारी है, जो भारत के खिलाफ हारी है।
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