नई दिल्ली । भारत (India) ने कोयला उत्पादन को लेकर (In Coal Production) 1 बिलियन टन का आंकड़ा पार कर लिया (Crossed the 1 Billion Tonne mark) । इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इस उपलब्धि को देश के लिए ‘गर्व का क्षण’ और ‘ऐतिहासिक मुकाम’ बताया।
‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को मजबूत करते हुए, इस उपलब्धि से भारत के ऊर्जा क्षेत्र को पहले से अधिक मजबूती मिलने और आयात पर निर्भरता कम होने की उम्मीद है। पीएम मोदी ने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी के एक्स पोस्ट को रीशेयर करते हुए लिखा, “भारत के लिए गर्व का क्षण! 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन के ऐतिहासिक मुकाम को पार करना एक शानदार उपलब्धि है।”
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक एक्स पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा, “भारत ने कोयला उत्पादन में 1 बिलियन टन का एक बड़ा आंकड़ा पार कर लिया है।” उन्होंने पोस्ट में आगे कहा कि आधुनिक तकनीकों और कुशल खनन प्रक्रियाओं को अपनाकर न केवल उत्पादन बढ़ा बल्कि सतत और जिम्मेदार खनन को भी प्राथमिकता दी गई। यह उपलब्धि हमारी बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करेगी। साथ ही आर्थिक विकास को गति देगी और हर भारतीय के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करेगी।
केंद्रीय मंत्री के एक्स पोस्ट का जवाब देते हुए, पीएम मोदी ने लिखा कि यह उपलब्धि ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को उजागर करती है। यह उपलब्धि देश के कोयला क्षेत्र से जुड़े लोगों के समर्पण और कड़ी मेहनत को भी दर्शाती है। इस सप्ताह की शुरुआत में, केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 में बिजली क्षेत्र को 906.1 मिलियन टन (एमटी) कोयले की सप्लाई करने का लक्ष्य रखा था।
कोयला मंत्रालय ने अगले वित्त वर्ष के लिए कोयले की जरूरत को लेकर विद्युत मंत्रालय के अनुरोध के बाद संसद के साथ इस योजना को साझा किया। वर्तमान में, देश में कोयले की पर्याप्त आपूर्ति है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के अनुसार, 10 मार्च 2025 तक कोयला आधारित पावर प्लांट के पास 53.49 मीट्रिक टन का स्टॉक था। यह पिछले साल इसी दिन दर्ज किए गए 44.51 मीट्रिक टन स्टॉक से 20.2 फीसदी अधिक है।
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