नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ) की मुलाकात हो सकती है। एक जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को दोनों नेताओं की मुलाकात पर चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच यह बैठक शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में होगी।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी SCO बैठक में हिस्सा लेने के लिए रूस पहुंच गए। यहां उनकी मुलाकात चीनी समकक्ष वांग यी से होगी। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक में ही फैसला होगा कि प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाकात होगी या नहीं। हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस में ही SCO के ही दौरान अपने चीनी समकक्ष जनरल वेई फेंगही से मॉस्को में मुलाकात की थी। चीन ने रक्षा मंत्री सिंह से मुलाकात करने के लिए निवेदन किया था।
4 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगही के बीच दो घंटे से अधिक समय तक बैठक हुई जिसमें पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को कम करने पर ध्यान केंद्रित रहा। पूर्वी लद्दाख में मई में सीमा पर हुए तनाव के बाद से दोनों ओर से यह पहली उच्च स्तरीय आमने सामने की बैठक थी। सूत्रों ने बताया कि वार्ता के दौरान सिंह ने पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति को बनाए रखने और सैनिकों को तेजी से हटाने पर जोर दिया। सिंह के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही के बीच मॉस्को में बैठक समाप्त हुई। यह बैठक दो घंटे 20 मिनट तक चली।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने चीनी सेना के पैंगोंग झील के दक्षिण तट में यथास्थिति बदलने के नए प्रयासों पर कड़ी आपत्ति जताई और वार्ता के माध्यम से गतिरोध के समाधान पर जोर दिया। एक सूत्र ने कहा, ‘दो रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत का केन्द्र लंबे समय से चले आ रहे सीमा गतिरोध को हल करने के तरीकों पर था।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस साल मई से गतिरोध जारी है। जून में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी हालांकि कुछ दिनों से वह भी रुकी हुई है। दूसरी ओर विभिन्न राजनयिक और सैन्य चैनलों से भारत-चीन के बीच बातचीत जारी है।
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