नई दिल्ली। भारत और चीन कोर कमांडर स्तर की मीटिंग रात लगभग 1 बजे खत्म हुई। यह बैठक दिन में 12 बजे शुरू हुई थी। दोनों देशों के बीच यह सातवीं कोर कमांडर स्तर की बातचीत थी जो करीब 13 घंटे चली। इस मीटिंग का निष्कर्ष आज या फिर कल तक सामने आ जाएगा। जानकारी के मुताबिक बैठक में भारत ने एक बार फिर अपना पक्ष बेहद मजबूती से रखा है। बैठक में भारत ने साफ कहा है कि पूरी एलएसी पर सैन्य ताकत को कम किया जाए। वहीं चीन चाह रहा है कि एलएसी के कुछ हिस्सों पर ही सेना की मौजूदगी कम की जाए।
दोनों देश के कमांडर अपने अपने देश के राजनीतिक नेतृत्व के साथ इस मीटिंग को लेकर चर्चा करेंगे। इसके बाद ही सेना की तरफ से या फिर विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान जारी किया जा सकता है। सीमा विवाद छठे महीने में प्रवेश कर चुका है। विवाद का जल्द समाधान के आसार कम ही दिखते हैं। दोनों देशों ने बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में करीब एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं जो लंबे गतिरोध में डटे रहने की तैयारी है।
वार्ता के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि एजेंडा विवाद के सभी बिन्दुओं से सैनिकों की वापसी के लिए एक प्रारूप को अंतिम रूप देने का था। भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव कर रहे रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि वार्ता में चीनी विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी भी चीनी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है।
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