नई दिल्ली । गूगल (Google) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई (sundar pichai) का कहना है कि भारत (India) आने वाले समय में एक बड़ी निर्यात अर्थव्यवस्था (export economy) होगा क्योंकि इसकी बुनियाद काफी मजबूत है। उसे एक मुक्त और जुड़े हुए इंटरनेट (Internet) से लाभ होगा। हालांकि, भारत को अपने नागरिकों को संरक्षण देने और कंपनियों को एक ढांचे के भीतर नवाचार के लिए सक्षम बनाने के बीच संतुलन साधने की जरूरत है।
भारत दौरे पर पहुंचे पिचाई ने सोमवार को ‘गूगल फॉर इंडिया’ कार्यक्रम में कहा कि भारत में प्रौद्योगिकी की रफ्तार असाधारण रही है। उसके पास जो पैमाना और प्रौद्योगिकी होगी, उसे देखते हुए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वह लोगों के लिए सुरक्षा उपाय करें और संतुलन साधें। उन्होंने कहा, आप (भारत) एक नवोन्मेषी ढांचा खड़ा कर रहे हैं ताकि कंपनियां कानूनी ढांचे में एक निश्चितता के बीच नवाचार कर सकें। भारतीय स्टार्टअप पर पिचाई ने कहा कि यहां के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में उल्लेखनीय सुधार हो रहा है।
एआई से 100 से अधिक भारतीय भाषाओं को समर्थन
भारत में जन्मे और पले-बढ़े पिचाई ने कहा कि गूगल 100 से अधिक भारतीय भाषाओं में लिखित शब्दों एवं आवाज के जरिये इंटरनेट सर्च सुविधा देने का मॉडल विकसित कर रही है। यह मॉडल दुनिया में सर्वाधिक बोली जाने वाली 1,000 भाषाओं को ऑनलाइन मंच पर लाने की हमारी पहल का ही हिस्सा है।
भारत यात्रा के अवसर पर लिखे एक ब्लॉग में उन्होंने कहा कि मैं 10 अरब डॉलर के अपने 10 साल के भारत डिजिटलीकरण कोष (आईडीएफ) से हुई प्रगति को देखने और नए तरीके साझा करने यहां आया हूं। हम भारत के डिजिटल भविष्य को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान ने देशभर में दिख रही प्रगति को तेज करने में मदद की है। मैं देखने के लिए उत्सुक हूं कि भारत एआई के क्षेत्र में नए कदम किस तरह उठाता है। इससे एक अरब से अधिक लोगों को लाभ होगा। -सुंदर पिचाई, सीईओ, गूगल
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