img-fluid

सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना भारत, टीएस तिरुमूर्ति बोले-आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा रहेगी अहम

August 02, 2021

न्यूयॉर्क। भारत(India) एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद (UNSC) का अध्यक्ष बना है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस अवसर का उपयोग करने को पूरी तरह से तैयार है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत, टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti, Ambassador of India to the United Nations) ने कहा कि भारत इस्लामिक स्टेट (IS) आतंकवादियों पर महासचिव की रिपोर्ट पर सुर्खियों में बने रहने की उम्मीद करता है।
एक इंटरव्‍यू में टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा, ‘हम दुनिया भर में आतंकवादी गतिविधियों की हर तरीके की समस्या को उजागर करने में कभी विफल नहीं हुए हैं, खासकर अब उदाहरण के लिए अफ्रीका में, जहां यह बढ़ रहा है। इसलिए हम इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट(आईएसआईएल) और दाएश (आईएसआईएस) पर महासचिव की रिपोर्ट पर चर्चा करने और इस मामले पर सुर्खियों में रहने की उम्मीद करते हैं।’
रोलिंग प्रेसीडेंसी का मतलब है कि आज से भारत के पास अगस्त महीने के लिए एजेंडा तय करने की शक्ति है और यूएनएससी में भारत अध्यक्षता के दौरान समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद विरोधी विषयों पर ध्यान केंद्रित करेगा और इन मुद्दों पर तीन उच्च स्तरीय हस्ताक्षर कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेगा।



भारत के राजदूत, टीएस तिरुमूर्ति बोले, ‘मुझे लगता है कि समुद्री सुरक्षा चर्चा पहला विषय हो सकता है। और, आप जानते हैं, हमारी विदेश नीति में समुद्री सुरक्षा को हमेशा उच्च प्राथमिकता दी गई है। हमारा मानना है कि सुरक्षा परिषद के लिए समुद्री सुरक्षा के मुद्दे पर समग्र दृष्टिकोण अपनाने का समय आ गया है, जो सामान्य समृद्धि और अन्य सुरक्षा हितों की रक्षा करता है।’
शांति स्थापना के एजेंडे पर विस्तार से बताते हुए, तिरुमूर्ति ने बताया, ‘हम शांति सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीके पर ध्यान केंद्रित करेंगे, लेकिन विशेष रूप से बेहतर तकनीक का उपयोग करके, और शांतिरक्षकों के खिलाफ अपराधों के अपराधियों को न्याय के कटघरे में कैसे लाया जाए। हम दृढ़ता से वकालत कर रहे हैं। सक्रिय उपायों के लिए जिसे हम रक्षकों की रक्षा के लिए कहते हैं।’
आतंकवाद-निरोध के एजेंडे पर, संयुक्त राष्ट्र में भारत के शीर्ष दूत ने कहा कि भारत ने लगातार आतंकवाद का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित किया है, परिषद में चर्चा के अंदर और बाहर भी। हम न केवल आतंकवाद का मुकाबला करने के प्रयासों को मजबूत कर रहे हैं, विशेष रूप से उदाहरण के लिए आतंकवाद के वित्तपोषण में भी लेकिन हमें आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयासों से भी रोका जाता है।
भारत को सुरक्षा परिषद में जुड़े हुए सात महीने हो गए हैं। अब 1 अगस्त से उसकी अध्यक्षता शुरू हो गई है। सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में अपने 2021-22 कार्यकाल के दौरान यह भारत का पहला अध्यक्ष पद है। भारत के अब तक के आठ कार्यकाल हो गए हैं। भारत अपने दो साल के कार्यकाल के आखिरी महीने अगले साल दिसंबर में फिर से परिषद की अध्यक्षता करेगा।
तिरुमूर्ति ने यह भी कहा कि पिछले सात महीनों में भारत के सभी स्थायी पांच (पी5) देशों के साथ अच्छे कामकाजी संबंध थे। और देश सभी निर्वाचित सदस्यों के साथ भी बहुत निकटता से समन्वय कर रहा है। भारत ने रविवार को फ्रांस से अध्यक्ष पद ग्रहण किया। प्रेसीडेंसी रोलओवर के बाद फ्रांस ने कहा कि वह रणनीतिक मुद्दों पर भारत के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है – समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी, जबकि रूस ने बधाई दी और कहा कि वह वास्तव में अच्छे तरीके से प्रभावित है।
भारत को मिले समर्थन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राजदूत तिरुमूर्ति ने कहा, ‘कुल मिलाकर मैं इस विश्वास के साथ देख सकता हूं कि हमें परिषद में सभी से समर्थन और सहयोग मिला है और हम आशा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह समर्थन इस पूरे महीने भी जारी रहेगा।’
वहीं, बता दें कि बहुत संभव है कि पीएम नरेंद्र मोदी यूएनएससी के किसी एक कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत के प्रतिनिधि के तौर पर करें। ऐसा करने वाले वह भारत के पहले प्रधानमंत्री बन सकते हैं।

Share:

सारी बेटियां बनें चानू, लवलीना और मैरी कॉम जैसी

Mon Aug 2 , 2021
– आर.के. सिन्हा टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीय खेमे से पूर्वोत्तर राज्य की महिलाओं के अभूतपूर्व प्रदर्शन की गूंज को सारा देश गर्व से देख-सुन रहा है। वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू के शानदार प्रदर्शन से खेलों के पहले ही दिन भारत की बोहनी भी हो गई थी। उन्होंने देश की झोली में सिल्वर मेडल डाला। […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
शुक्रवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved