नई दिल्ली। भारत-बांग्लादेश के बीच शनिवार को ‘मुजीबार्सो’ और बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के 50 वर्षों होने की पृष्ठभूमि में वर्चुअली बैठक हुई। 19वीं गृह सचिव स्तर की वार्ता में दोनों देशों ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ साझा मिलकर काम करने पर सहमति जताई। वार्ता में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना पर चर्चा की गई।
बातचीत के बाद गृह मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने सुरक्षा और सीमा से संबंधित मुद्दों में आपसी सहयोग को और अधिक मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। साथ ही दोनों पक्षों ने एक दूसरे के हितों का ध्यान रखते हुए आतंक व उग्रवाद से जुड़ी किसी भी गतिविधि के लिए किसी भी देश के क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं देने की पुष्टि की।
इस दौरान दोनों पक्षों ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ प्रभावी तरीके से कार्रवाई करने के लिए दोनों देशों के बीच मौजूदा सहयोग को सराहा और इसे जारी रखने पर सहमति जताई। दोनों पक्षों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर लंबित बाड़ को जल्द पूरा करने पर भी बातचीत की। हालांकि, दोनों देशों के प्रधानमंत्री पहले ही इस पर अपनी सहमति व्यक्त कर चुके हैं। इसके अलावा कोविड-19 के बारे में सहयोग, व्यापार, संपर्क, विकास साझेदारी, बिजली, ऊर्जा और जल संसाधन, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग तथा सीमा प्रबंधन और सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की गई। भारत-बांग्लादेश ने कोरोना काल में दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग की भी सराहना की।
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