नई दिल्ली । देश के 50 टाइगर रिजर्व में स्वदेशी एप एम-स्ट्राइप से बाघों का संरक्षण किया जा रहा है। यह एप एंड्रॉयड प्लैटफार्म पर चलता है और इससे बाघों की संख्या और उसके संरक्षण में उपयोग में लाया जा रहा है। इस एप के माध्यम से किए गए बाघों की आबादी 2018 की विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मंगलवार को जारी करेंगे। विश्व बाघ दिवस की पूर्व संध्या के मौके पर प्रकाश जावड़ेकर बाघों की आबादी की निगरानी में वन्यजीवों के सर्वेक्षण के लिए दुनिया का सबसे बड़ा कैमरों का जाल बिछाने की तकनीक के बारे में जानकारी देंगे। कैमरे से बाघों की गिनती को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह मिली है।
पिछले साल इसी वैश्विक बाघ दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया के सामने तय समय से चार साल पहले ही बाघों की संख्या दोगुना करने के भारत के संकल्प को पूरा कर लेने की घोषणा की थी। भारत में अब दुनिया भर में रहने वाले बाघों की कुल संख्या का लगभग 70% बाघ रहते हैं। साल 2018 की गणना के अनुसार भारत में 2967 बाघ हैं। जबकि 2014 में देश में 2226 बाघ थे।
बता दें कि रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में बाघ क्षेत्र वाले देशों के शासनाध्यक्षों ने बाघ संरक्षण पर सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा पर हस्ताक्षर करके 2022 तक बाघ क्षेत्र की अपनी सीमा में बाघों की संख्या दोगुना करने का संकल्प लिया था। इसी बैठक के दौरान दुनिया भर में 29 जुलाई को वैश्विक बाघ दिवस के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया। तब से हर साल बाघ संरक्षण पर जागरुकता का सृजन करने और उसके प्रसार के लिए वैश्विक बाघ दिवस मनाया जा रहा है। एजेंसी/हिस
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