नई दिल्ली (New Delhi) । भारत और श्रीलंका (India and Sri Lanka) के बीच पल्लेकेले स्टेडियम (Pallekele Stadium) में एक ऐसी घटना घटी जिसे देखने के बाद फैंस को 2019 वर्ल्ड कप फाइनल (2019 World Cup Final) की याद आ गई। हालांकि इस बार अंपायरों (Umpires) ने वर्ल्ड कप फाइनल वाली गलती को नहीं दोहराया और नियमों के अनुसार फैसला किया। बता दें, पहले टी20 को भारत ने 43 रनों से जीतकर श्रीलंका दौरे का आगाज जीत के साथ किया। तीन मैच की टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन बोर्ड पर लगाए थे, इस स्कोर का पीछा करते हुए मेजबान टीम 170 रन पर ही ढेर हो गई।
हार्दिक पांड्या के 12वें ओवर की पहली गेंद पर निसांका स्क्वायर लेग की दिशा में शॉट खेलकर दो रन लेना चाहते थे, समय रहते निसांका क्रीज में पहुंचे मगर डायरेक्ट हिट के चलते गेंद विकेट पर लगने के बाद बाउंड्री के पार चली गई क्योंकि वहां बैकअप मौजूद नहीं था। ऐसी स्थिति में श्रीलंका को 6 रन मिलने चाहिए थे, मगर नियमों के तहत अंपायर ने निसांका को 5 रन दिए।
हालांकि, जब थर्ड अंपायर ने रन आउट के लिए रिप्ले चेक किया, तो उन्हें यह भी पता चला कि जब फील्डर ने गेंद को छोड़ा था, तब बल्लेबाजों ने क्रॉस नहीं किया था और इसलिए श्रीलंका को 6 के बजाय पांच रन दिए गए। इस घटना को देख हर किसी को वर्ल्ड कप 2019 फाइनल की याद आ गई।
क्या है नियम?
नियमों के अनुसार जब ओवर थ्रो के चलते गेंद चौके के लिए जाती है तो अंपायर को यह देखना होता है कि फील्डर के थ्रो करने से पहले दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे रन के लिए एक दूसरे को क्रॉस किया है या नहीं। अगर थ्रो हाथ से छूटने से पहले दोनों बल्लेबाज एक दूसरे को क्रॉस कर चुके हैं तो उसे स्थिति में टीम को 6 रन मिलते हैं, नहीं तो टीम को 5 रन दिए जाते हैं। इंडिया वर्सेस श्रीलंका मैच के दौरान बल्लेबाजों ने एक दूसरे को क्रॉस नहीं किया था जिस वजह से 6 की जगह 5 रन दिए गए।
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