नई दिल्ली (New Dehli) । चीन (China)की अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि देश का अगले साल प्रस्तावित (Proposed)चंद्र अभियान पाकिस्तान (Pakistan)का भी एक पेलोड (payload)लेकर जाएगा। इसे दोनों मित्र देशों (countries)के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तौर पर देखा जा रहा है। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने चीन नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) के हवाले से शुक्रवार को बताया कि चांग ई-6 चंद्र अभियान वर्तमान में योजना के अनुसार अनुसंधान एवं विकास कार्य से गुजर रहा है।
‘द ग्लोबल टाइम्स’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, चांग ई-6 मिशन का प्रक्षेपण 2024 में प्रस्तावित है और इस अभियान का मकसद चंद्रमा के सुदूर हिस्से से नमूने लाना है। इसके अनुसार, चंद्रमा से नमूने एकत्र करने के लिए अब तक मनुष्यों द्वारा किए गए सभी 10 अभियान चंद्रमा के नजदीकी हिस्से पर केंद्रित रहे हैं।
सीएनएसए के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि सुदूर हिस्से में ऐटकेन बेसिन शामिल है, जो तीन प्रमुख चंद्र भू-आकृतियों में से एक है और वैज्ञानिक नजरिये से यह काफी महत्वपूर्ण है।
सीएनएसए ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के मद्देनजर चांग ई-6 मिशन विभिन्न देशों से पेलोड और उपग्रह परियोजनाओं को ले जाएगा, जिसमें फ्रांस का डोर्न रेडॉन डिटेक्शन उपकरण, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का नेगेटिव आयन डिटेक्टर, इटली का लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर और पाकिस्तान का छोटा उपग्रह क्यूबसैट शामिल है।
भारत का सफल मिशन
23 अगस्त को ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की थी। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला भारत पहला देश बन गया था। भारत ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया था।
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