नई दिल्ली (New Dehli)। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Former coach Ravi Shastri)ने भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (batsman yashasvi jaiswal)की जमकर तारीफ की है। शास्त्री का कहना है कि यशस्वी उन्हें युवा सचिन तेंदुलकर (young sachin tendulkar)की याद दिलाते हैं। यशस्वी जायसवाल इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में ‘बैजबॉल’ का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में भी उन्होंने शानदार शतक जड़ भारतीय टीम को ड्राइविंग सीट पर बैठा दिया है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत के पास 322 रनों की बढ़त है। यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में रिटायर हर्ट होने से पहले 104 रन बनाए।
राजकोट टेस्ट में यशस्वी जायसवाल की परफॉर्मेंस के कायल हुए रवि शास्त्री ने कमेंट्री करते हुए कहा, “आज जिस तरह से जयसवाल ने कदम बढ़ाया है उससे प्रभावित हूं। सिर्फ बल्ले से ही नहीं, बल्कि मैदान पर भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा। मुझे लगता है कि आगे चलकर वह रोहित के लिए अंशकालिक विकल्पों में से एक हो सकता है। गेंद उसके हाथ में होगी – चाहे वह लेग-स्पिन हो, ऑफ-स्पिन हो या मीडियम पेस। जयसवाल मुझे युवा तेंदुलकर की याद दिलाते हैं। हर समय व्यस्त रहते हैं, यह इस कहावत का एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि ‘यदि आप खुद पर विश्वास करते हैं, तो उम्मीद है’। कुछ भी असंभव नहीं है। वह सिर्फ एक शब्द है। वह लगातार शामिल रहेंगे।”
रवि शास्त्री यशस्वी जायसवाल की फील्डिंग से भी काफी प्रभावित दिखे। विराट कोहली और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में यशस्वी ने स्लिप में फील्डिंग करने का भार संभाला। टेस्ट क्रिकेट में स्लिप में फील्डिंग करना काफी कठिन होता है क्योंकि आपको इस जगह हर वक्त चौकन्ना रहना होता है। जायसवाल ने इंग्लैंड की पहली पारी में जो रूट का शानदार कैच पकड़ हर किसी का दिल जीता था। रूट ने स्विच हिट की मदद से स्लिप के ऊपर से शॉट लगाना चाहते थे, मगर यशस्वी ने उनके इस मनसूबे को कामयाब नहीं होने दिया।
रवि शास्त्री ने कहा, “यह एक बेहतरीन कैच था, गेंद उड़ रही थी। उन्हें स्लिप में ध्यान केंद्रित करना था। यह एक अलग कोण है, यह बाहरी किनारा नहीं है। आपको शामिल होना होगा। इसे देखो। इसे आसान दिखता है। वह इस सीरीज में पहले ही कुछ शानदार कैच पकड़ चुके हैं। मैंने दक्षिण अफ्रीका में उनकी प्रतिभा देखी जहां उन्होंने स्लिप कॉर्डन में कुछ शानदार कैच लपके थे।
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