नई दिल्ली । अपने टेस्ट करियर (Test Career)में शानदार आगाज करने वाले युवा सलामी बल्लेबाज(Young opener) यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal)सोमवार को भारतीय टीम (Indian Team)के नेट सत्र के दौरान जसप्रीत बुमराह और अन्य तेज गेंदबाजों के खिलाफ जूझते दिखे। जायसवाल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य का सितारा माना जाता है और उन्होंने टेस्ट प्रारूप में अपने करियर के शुरुआती साल में बल्ले से काफी प्रभावित किया है। इस वामहस्त बल्लेबाज ने अपने शुरुआती नौ टेस्ट मैच में 68.53 की औसत से 1028 रन बनाए हैं। उन्होंने हालांकि इसमें से 700 से ज्यादा रन इंग्लैंड के खिलाफ पिछली घरेलू सीरीज में बनाए। तेज गेंदबाजों की मददगार परिस्थितियों में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर दो टेस्ट मैचों में वह उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।
जायसवाल को इस कमजोरी से निजात पाना होगा
भारत को इस सत्र में 10 टेस्ट मैच खेलने हैं। इसमें पांच टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया में तेज गेंदबाजों की मददगार पिचों पर होंगे, ऐसे में जायसवाल को अपनी इस कमजोर कड़ी से जल्द ही निजात पाना होगा। मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और पैट कमिंस जैसे गेंदबाजों का सामना करने से पहले जायसवाल के सामने 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार लय में चल रहे तस्कीन अहमद और नाहिद राणा जैसे तेज गेंदबाजों की चुनौती होगी। तस्कीन और राणा ने पाकिस्तान दौरे पर अपनी गति, स्विंग और उछाल से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और टीम को पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत दिलाने में मदद की।
जायसवाल प्रथम श्रेणी में छाप छोड़ने में नाकाम
जायसवाल मौजूदा सत्र में प्रथम श्रेणी मैच में भी छाप छोड़ने में नाकाम रहे। दलीप ट्रॉफी मैच में वह आवेश खान और खलील अहमद की गेंद पर सस्ते में पवेलियन लौट गए। चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले जायसवाल ने बुमराह के खिलाफ काफी अभ्यास किया। वह हालांकि बुमराह के साथ सिमरजीत सिंह, गुरनूर बराड़ और गुरजनप्रीत सिंह जैसे नेट गेंदबाजों के खिलाफ सहज नहीं दिख रहे थे। गेंद कई बार उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर निकली। बुमराह ने इस दौरान दो बार उन्हें बोल्ड भी किया। अभ्यास सत्र के दौरान जायसवाल का आत्मविश्वास डगमगाया लग रहा था और वह स्विंग तथा उछाल से सामंजस्य नहीं बिठा पा रहे थे।
जायसवाल-कोहली ने एक घंटे बल्लेबाजी की
जायसवाल को इसके बाद दिग्गज विराट कोहली से बात करते देखा गया। कोहली शायद इस युवा खिलाड़ी को उनकी खामियों के बारे में बता रहे थे। कोहली और जायसवाल ने नेट सत्र में लगभग एक घंटे तक बल्लेबाजी की। इस दौरान बुमराह ने कोहली को भी परेशान दिया। कोहली ने हालांकि कुछ शानदार कवर और ऑन ड्राइव लगाये। जायसवाल स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ सहज दिखे। उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ कदमों का अच्छा इस्तेमाल किया और कुछ शानदार स्क्वायर कट जड़े। इसके बाद अभ्यास के लिए आये ऋषभ पंत ने बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी के दौरान आक्रामक शॉट खेलने में संकोच नहीं किया। भारतीय खिलाड़ियों ने इस दौरान क्षेत्ररक्षण अभ्यास भी किया, जिसमें स्लिप में कैच पकड़ने के अभ्यास को प्राथमिकता दी गई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved