उज्जैन। 11 सितम्बर से करीब 18 महीने बाद शुरु हुआ महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए निश्चित संख्या रखी गई थी लेकिन अब भस्मारती में भी अधिक भीड़ नजर आने लगी है। मंदिर समिति इसमें अनुमति बढ़ाने का निर्णय ले सकती है। उल्लेखनीय है कि भस्मारती में श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरु करने के दौरान महाकाल मंदिर समिति ने तय किया था कि यहाँ अधिकतम 800 से 1000 श्रद्धालुओं को भी प्रवेश की अनुमति रहेगी। परंतु अवकाश के दिनों में इससे अधिक भीड़ भस्मारती में नजर आने लगी है। कल अधिकारियों की बैठक भी हुई थी जिसमें इस बात पर भी चर्चा हुई थी कि भस्मारती में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई जाए या नहीं। हालांकि इस पर निर्णय अभी नहीं हो पाया है।
लोहे की सीढिय़ाँ खोली जा रही
महाकाल में बढ़ती भीड़ के बीच मंदिर के शिखर तल पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने के लिए लोहे की सीढिय़ाँ लगाई गई थी। कल से इन्हें खोलने का काम शुरु कर दिया गया है। इसके लिए कर्मचारियों को लगाया गया है। यह सीढ़ी हटने के बाद ओंकारेश्वर के समीप से महाकाल मंदिर के मुख्य निर्गम द्वार तक जाने का रास्ता कुछ चौड़ा हो जाएगा।
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