उज्जैन। नृसिंहघाट से लेकर रामघाट तक पिछले कुछ समय से नदी में नहाते वक्त कई लोगों की जान अब तक जा चुकी है। पिछले हफ्ते तक यहाँ लगातार एक के बाद एक इस तरह की घटनाएँ हो रही थीं और इसके बाद पुलिस प्रशासन चेता था। तब घाट पर नहाने वालों को सचेत करने के लिए अनाउंस और निगरानी रखने की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद अब नदी में गहरे पानी से पहले नगर निगम ने रैलिंग लगवा दी है।
शहर के रोजाना महाकाल दर्शन करने के लिए हजारों लोग बाहर से आते हैं। महाकाल दर्शन से पहले सभी शिप्रा स्नान करने जाते हैं, लेकिन नृसिंहघाट से लेकर रामघाट तक नदी में लगभग 30 से 45 फीट तक गहराई में पानी भरा रहता है। इस वजह से बाहर से आए लोग गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाते और घाट की सीढिय़ों पर बैठकर नहाते-नहाते गहरे पानी में चले जाते हैं। इसके चलते पिछले दिनों एक के बाद एक तीन लोगों की जान गई थी। मीडिया में मामला गर्माने के बाद जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम के अधिकारियों ने घाटों पर तत्काल चौकसी बढ़ाने का निर्णय लिया था। पुलिस विभाग ने यहां जवान तैनात कर दिए थे और होमगार्ड की जीवन रक्षक नौका भी शुरू करा दी थी। इसके अलावा पुलिस ने रामघाट क्षेत्र में माईक के जरिये एनाउंसमेंट कर लोगों को सचेत करने की व्यवस्था भी बढ़ा दी थी। इसके बाद भी घटनाएँ नहीं रुक रही थीं। यही कारण रहा कि नगर निगम को अब वहाँ रामघाट क्षेत्र मे सीढिय़ों से कुछ दूर गहरे पानी से पहले लोहे की रैलिंग लगानी पड़ी। अगर समय रहते यह व्यवस्था पहले हो जाती तो इतने लोगों की जान नहीं जाती।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved