जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Water Power Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने राजस्थान (Rajasthan) की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर गहलोत सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि 48 घंटे में गर्भवती महिला से गैंगरेप, महिला तहसीलदार से बदतमीजी और सांसद रंजीता कोली पर हमला हुआ, लेकिन कांग्रेस के केंद्रीय या राज्य नेतृत्व की तरफ से एक शब्द तक नहीं बोला गया। शेखावत ने कहा कि राजस्थान मॉडल में महिला उत्पीड़न की घटनाएं आम है। शुक्रवार को शेखावत ने कहा कि कांग्रेस विधायक रामलाल जाट ने हुरडा तहसील भीलवाड़ा की महिला तहसीलदार स्वाति झा से शाब्दिक दुर्व्यवहार की सीमाएं पार कर दीं, जबकि स्वाति झा विभागीय व्यवस्था के तहत अपना कर्तव्य निभा रही थीं। उन्होंने दुर्व्यवहार की शिकायत पुलिस में की तो उनके सहयोगी पर रिकॉर्डेड प्रमाण छीनने की नीयत से हमला किया गया। स्वाति स्वयं थाने पहुंचतीं, इससे पहले कलेक्टर की ओर से उनका रिलीव ऑर्डर आ गया।
केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि राजस्थान में क्या जंगल का कानून चल रहा है? पीड़िता और वो भी उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित तहसीलदार पर ही कार्रवाई और उन तीन लोगों की कोई पड़ताल नहीं, जिन्होंने तहसीलदार से बदतमीजी की और दबाव बनाने के लिए विधायक से फोन पर बात कराई। शेखावत ने पूछा कि गहलोत जी के विधायक ने क्या प्रशासन को अपना गुलाम बना लिया है? राजस्थान में महिला न्याय और सुरक्षा का अभाव है।
शेखावत ने भरतपुर की सांसद रंजीता कोली पर हमले की घटना अत्यंत दुर्भाग्यजनक और गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना में कहीं न कहीं राज्य सरकार का षड्यंत्र नजर आता है। इस हमले का कारण उनका कोरोना आपदा में सरकारी लापरवाही का खुलासा किया जाना हो सकता है। उनके हॉस्पिटल निरीक्षण से गहलोत सरकार का सच सामने आया था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह केवल संयोग नहीं हो सकता कि कुछ दिनों पहले सांसद रंजीता कोली गहलोत सरकार के झूठ को बेनकाब करती हैं और कल उन पर हथियारबंद अपराधियों द्वारा हमला किया जाता है। वह भी तब जब वे हॉस्पिटल निरीक्षण के दौरे पर थीं। सरकार जब स्वयं ही कटघरे में खड़ी नजर आती हो, उसकी कार्यप्रणाली में संदेह स्वाभाविक है। राजस्थान प्रशासन एक सांसद की सुरक्षा नहीं कर सकता, उससे क्या उम्मीद कि मामले की उचित जांच होगी?
राहुल गांधी पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि परमानेंट सॉल्यूशन ढूंढने का ज्ञान देने वाले युवराज से कोई जा कर कहे कि कांग्रेस पिछले 7 साल से अपने लिए वही ढूंढ रही है। इससे पहले, शेखावत ने कहा था कि केवल दो जगहों पर पॉजिटिव निगेटिव है, एक कोविड टेस्ट में और दूसरे राहुल गांधी के ट्वीट्स में।