जबलपुर । जबलपुर के रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना (bargibandh) के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए परियोजना प्रशासन द्वारा बांध के जलस्तर (dam water level) को नियंत्रित करने गुरुवार, 29 जुलाई को इसके जलद्वारों से लगभग एक से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना बताई गई है। इसके लिए 11 गेट खोले जा सकते हैं।
मेसनरी बांध के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने मंगलवार को बताया कि बरगी बांध के जलग्रहण क्षेत्र में विगत चार दिनों में 125 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। इस दौरान लगातार हो रही बारिश की वजह से बांध का जलस्तर दो मीटर बढ़कर 27 जुलाई की सुबह 11 बजे 415.80 मीटर तक पहुंच गया है। वर्तमान में लगभग 750 घनमीटर प्रतिसेकेंड पानी की आवक बांध में हो रही है।
सूरे ने बताया कि बांध आपरेशनल मैन्युअल के अनुसार 31 जुलाई तक बांध का जलस्तर 417.50 मीटर एवं 15 अगस्त तक 421 मीटर रखा जाना निर्धारित है। उन्होंने बताया कि बांध में पानी की आवक इसी रफ्तार से बनी रही तो आने वाले 29 जुलाई की दोपहर 11 बजे तक या इसके पहले बांध का जलस्तर 417.50 मीटर पहुंच जायेगा।
कार्यपालन यंत्री ने बताया कि बांध के जलद्वारों को खोलने और इनके माध्यम से एक से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी के निचले क्षेत्र के घाटों पर पानी का स्तर छह से आठ फुट तक बढ़ सकता है। उन्होंने इसके मद्देनजर निचले क्षेत्र के रहवासियों से सतर्क रहने तथा नर्मदा नदी के तटीय इलाकों एवं घाटों से पर्याप्त सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है। सूरे ने कहा है कि बांध में वर्षा जल की आवक को देखते हुए इसके जलद्वारों में पानी छोडऩे की मात्रा बढ़ाई या कम की जा सकती है।
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