भोपाल। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने अशोक नगर की सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भूखे-नंगे परिवार का क्या कहा भाजपा को चुनावी मुद्दा बना दिया है। दिनेश गुर्जर मुरैना के रहने वाले हैं और अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले के उप चुनाव में भूखे-नंगे शब्द को ही अपना सबसे बड़ा हथियार बना लिया है। गुरुवार को जौरा और दिमनी विधानसभाओं में दो चुनावी सभाएं हुईं जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खुद को 36 बार भूखा-नंगा कहा और कमलनाथ को परदेशी उद्योगपति बताया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह के साथ सबसे पहले जौरा विस के प्रत्याशी सूबेदार सिंह रजौधा के समर्थन में कोटसिथरा गांव में चुनावी सभा की। उसके बाद दिमनी के प्रत्याशी गिर्राज डण्डोतिया के समर्थन में जींगनी गांव में सभा ली। दोनों जगह हुए भाषणों में मुख्यमंत्री ने भूखे-नंगे शब्द का उपयोग हर 10 से 15 सेकंड के बीच किया। कोट सिथरा में 17 बार और जींगनी में 19 बार खुद को भूखा नंगा बताते हुए कहा कि हम भूखे-नंगों ने बच्चों की स्कूल फीस, लैपटॉप, प्रसूताओं को आर्थिक सहायता, तीथदर्शन जैसी तमाम योजनाएं दीं। उद्योगपति कमलनाथ ने कफन के 5000 रुपये, बच्चों की फीस, कन्यादान के पैसे तक छीन लिए। मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि, 15 साल बाद सरकार में आए तो हमें भी लगा कि अच्छा काम करेंगे लेकिन, कमलनाथ ने मप्र को दलालों का अड्डा बना दिया। चारों ओर सौदेबाजी और लूटपाट चल रही थी। कर्जमाफी पर ऐसी कलाकारी दिखाई कि 55000 करोड़ की कर्जमाफी 6000 करोड़ की रह गई। खोदा पहाड़ और निकली मरी हुई चुहिया जिसकी पूंछ पकड़कर कमलनाथ- दिग्विजय कर्जमाफी का राग अलाप रहे हैं। किसानों का कर्जा माफ हुआ नहीं और अब किसान ब्याज की गठरी लेकर घूम रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कमल नाथ सरकार को भ्रष्टाचार की सरकार बताते हुए कहा कि उनका विकास से कोई नाता नहीं।
बमुपा के प्रत्याशी भाजपा में शरीक हुए
जौरा विधानसभा से बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रत्याशी डॉ. हरीश धाकड़ बीच चुनाव में ही मैदान से हट गए और भाजपा में शामिल हो गए। डॉ. धाकड़ ने शिवराज सिंह चौहान के सामने भाजपा की सदस्यता ले ली। गौरतलब है कि 12 अक्टूबर को ही खटिया चुनाव चिन्ह वाली बहुजन मुक्ति पार्टी ने डॉ. हरीश धाकड़ को टिकट दिया था।
नेताओं को अपनी चिंता, जनता की नहीं
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने चुनावी सभाओं में असंख्य भीड़ जुटाने की छूट दे दी है लेकिन, इसके लिए सभा में आए लोगों को कोरोना से बचाने के इंतजाम संबंधित नेताओं को करने होंगे। मुरैना जिले में ध्ुआंधार तरीके से चुनावी सभाएं हो रही हैं। नेताओं को भीड़ जुटाने की चिंता है लेकिन, उन मतदाताओं को कोरोना से बचाने की सुध कोई नहीं लेता। सीएम की सभा में भी कोट सिथरा व जींगनी में हजारों की भीड़ में अधिकांश लोग बिना मास्क के थे लेकिन, मंच पर बैठाए नेताओं को अपनी पूरी फिक्र थी। अधिकांश नेता मास्क पहने हुए थे और किसी भी चीज को छूने से पहले और बाद में सैनिटाइजर का उपयोग करते दिखे।
घुमाफिराकर कई घोषणाएं भी कर दी चौहान ने
अपने भाषणों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई घोषणाएं भी कर दीं। कोट सिथरा गांव में उन्होंने कहा कि किसानों के कर्ज पर जो ब्याज है उसे माफ कर दिया जाएगा। जींगनी गांव में कहा कि महिलाओं को हैंडपंप से मुक्ति दिलाने के लिए घर-घर में नलजल योजना का पानी पहुंचाने की योजना का काम चल रहा है। इसके आदेश जल्द कर दूंगा।
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