• img-fluid

    दुनिया में भारत अब डॉलर नहीं रुपये में कर रहा व्यापार, ये देश आए साथ !

  • April 01, 2023

    नई दिल्‍ली (New Delhi.)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि डॉलर (Dollar) की जगह जल्द ही रुपया लेगा! इसमें न्यूयॉर्क टाइम्स का हवाला देते हुए बताया गया है कि विश्व के 30 देश अब भारतीय रुपयों (indian rupees) में लेनदेन कर रहे हैं। अन्य इंटरनेट यूजर्स (internet users) भी इसी दावे को शेयर कर रहे हैं, लेकिन इस दावे की सच्चाई अलग है। जिसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी देंगे और इसका पर्दाफाश करेंगे।

    बता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपये में विदेशों में कारोबार का दायरा आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है। भारत ऐसे देशों के साथ भारतीय रुपये में व्यापार करने को तैयार है जो डॉलर की कमी या मुद्रा की विफलता का सामना कर रहे हैं। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

    वहीं विदेश व्यापार नीति 2023 की घोषणा के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार रुपये में भुगतान की प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। वाणिज्य सचिव ने बताया कि भारतीय रुपये को वैश्विक मुद्रा बनाने के उद्देश्य के साथ एफटीपी में बदलाव किए गए हैं जिससे कि उसमें विदेशी व्यापार लेनदेन संभव हो सकें। विशेषज्ञों के मुताबिक रुपये में कारोबार से निश्चित तौर पर भारत का निर्यात बढ़ेगा। इससे देश की उत्पादन क्षमता में भी इजाफा होना तय है। हालांकि, आयात और निर्यात के बीच में अंतर के तौर पर जो रकम फंसेगी उसका किस मुद्रा में निपटारा किया जाएगा यह अभी भी सवाल बना हुआ है।



    पूर्व मुख्य सांख्यिकीविद प्रणव सेन ने बताया कि रुपये के साथ कारोबार देशों के साथ द्विपक्षीय समझौतों के ही तहत संभव हैं। भारत में अब तक जितने भी इस तरह के करार हुए हैं उनमें दो देशों के बीच ही मुद्रा में कारोबार की शर्तें तय की गई हैं।

    मौजूदा समय में ऐसा रुस और ईरान के साथ है। इन देशों के साथ भारत जो भी निर्यात करता है उस मुद्रा के बराबर तेल भी आयात किया जाता है। अगर इसका दायरा और देशों के साथ बढ़ाया जाएगा तो देखना होगा कि हम वहां से निर्यात के पैमाने पर आयात क्या और कितना करते हैं।

    भारत भी अगर ऐसे समझौते करने की तरफ आगे बढ़ रहा है तो उसे भी शुरू में ऐसे ही देशों के साथ समझौता करना होगा जिन्हें हमारी जरूरत ज्यादा होगी। साथ ही निर्यात के साथ साथ आयात की भी व्यवस्था हो इसकी भी पड़ताल करनी पड़ेगी ताकी भारत के निर्यात के एवज में मिलने वाली रकम फंसे नहीं। अगर भारत किसी भी देश को बड़े पैमाने पर निर्यात कर रहा है और उस मुकाबले वहां से आयात नहीं हो रहा है तो ऐसे में भारत की रकम फंसने की आशंका है। ऐसे में जरूरी है कि यह व्यवस्था जरूर पुख्ता की जाए।

    इस संबंध में आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ देवेंद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि अगर रुपये में ही किसी देश के साथ कारोबार होता है तो हमारे लिए यह डॉलर पर निर्भरता को कम करेगा। इससे विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति अच्छी बनी रहेगी। वहीं हमारा निर्यात भी बढ़ेगा जो जाहिर तौर पर देश में उत्पादन बढ़ाएगा और रोजगार सृजन में भी मददगार रहेगा।

    Share:

    पुणे में एक रिटायर आर्मी पर्सन के साथ करोड़ों की ऑनलाइन ठगी

    Sat Apr 1 , 2023
    पुणे (Pune)। आज के समय में इंटरनेट और स्मार्टफोन (internet and smartphone) के जमाने में ऑनलाइन ठगी (online fraud) का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। स्कैमर्स (scammers) नए-नए तरीके से लोगों से फ्रॉड कर रहे हैं। एक नया मामला हाल में सामने आया है, जिसे Money For Like स्कैम कहते हैं, वैसे तो स्कैम […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved