वाशिंगटन। दुनिया में कोरोना महामारी का कहर लगातार जारी है। व्यस्क लोगों की जिंदगी बचाने के लिए जहां लगातार टीकाकरण जारी है वहीं अब अमेरिका में बच्चों की वैक्सीन की उम्मीद लगाए बैठे अभिभावकों का इंतजार भी खत्म होने वाला है।
दरअसल, अमेरिका में आठ नवंबर से 5-11 साल के बच्चों को फाइजर की वैक्सीन लगाई जाएगी। वहीं इस सफलता पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यह हमारे लिए एक ‘टर्निंग प्वाइंट’ है। राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि काफी समय से अमेरिका में बच्चों की कोरोना वैक्सीन के लिए लगाए बैठे अभिभावकों का इंतजार खत्म होने वाला है।
अमेरिका का यह फैसला बच्चों द्वारा दूसरों को वायरस फैलाने की आशंकाओं को कम करेगा। बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से यह हमारे देश के लिए अहम कदम है। बता दें कि 29 अक्तूबर को अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने इसकी मंजूरी दे दी थी, इसके बाद अब इसे सरकार द्वारा भी हरी झंडी मिल गई है।
29 अक्तूबर को एफडीए ने दी थी मंजूरी
बता दें कि 29 अक्तूबर को अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने इसकी मंजूरी दे दी थी, इसके बाद अब इसे सरकार द्वारा भी हरी झंडी मिल गई है। फडीए ने छोटे बच्चों में फाइजर के टीके की 10-माइक्रोग्राम खुराक को अधिकृत किया है। वहीं, 12 साल और उससे ज्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए मूल शॉट 30 माइक्रोग्राम है।
यूएई में भी मिली मंजूरी
अमेरिका के बाद संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) ने भी अपने यहां 5 से 11 साल के बच्चों के लिए फाइजर की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। बता दें कि यूएई में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए फाइजर की वैक्सान को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
छोटे बच्चों का टीकाकरण हमें सामान्य स्थिति में लौटने के करीब लाएगा: एफडीए
वहीं इससे पहले एफडीए के अधिकारी जेनेट वुडकॉक ने अपने बयान में कहा था कि कोविड-19 के खिलाफ छोटे बच्चों का टीकाकरण हमें सामान्य स्थिति में लौटने के करीब लाएगा। टीके की सुरक्षा और प्रभावशीलता से संबंधित डाटा के व्यापक और कठोर मूल्यांकन से माता-पिता और अभिभावकों को आश्वस्त करने में मदद मिलेगी कि यह टीका हमारे उच्च मानकों को पूरा करता है।
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