डेस्क: खेल की दुनिया का सबसे बड़ा इवेंट ओलंपिक इस समय पेरिस में हो रहा है. इन खेलों में मेडल जीतने का सपना हर एक खिलाड़ी का होता. लेकिन इस बार ओलंपिक में कई विवाद भी देखने को मिला है, जिसमें महिला बॉक्सिंग इवेंट सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहा. कई लोगों का कहना है कि इस महिला इवेंट में पुरुष खिलाड़ी भी खेल रहे हैं. इन सब के बीच ओलंपिक में एक ऐसा कारनामा देखने को मिला है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, ग्रेट ब्रिटेन के एक खिलाड़ी ने पुरुष और महिला दोनों इवेंट में मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है.
ग्रेट ब्रिटेन के रोइंग एथलीट हेनरी फील्डमैन का नाम ओलंपिक में इतिहास में दर्ज हो गया है. हेनरी फील्डमैन दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने पुरुष और महिला दोनों इवेंट में मेडल जीतने का कारनामा किया है. उन्होंने पेरिस ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन की महिला रोइंग की टीम के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया है. इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में पुरुषों की टीम के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था. बता दें, हेनरी फील्डमैन के चौंकाने वाले कारनामे की वजह रोइंग खेल के नियम हैं.
हेनरी फील्डमैन रोइंग में कॉक्सवेन की भूमिका में खेलते हैं. बता दें कि रोइंग में जो एथलीट पूरी टीम को लीड करता है उसे कॉक्सवेन कहते हैं. इस खेल की दोनों ही कैटेगरी में 8 खिलाड़ियों वाले रोइंग क्रू में जो कॉक्सवेन होता है वो पुरुष या महिला हो सकता है. यानी महिलाओं के टीम में पुरुष और पुरुषों की टीम में महिला कॉक्सवेन हो सकता है. इस नियम के चलते ही हेनरी फील्डमैन ने दोनों कैटेगरी में मेडल जीतने का कारनामा किया है. बता दें, रोइंग में ये नियम साल 2017 में लागू किया गया था.
फील्डमैन ने ऐतिहासिक कारनामे के बाद कहा कि टोक्यो ओलिंपिक में हमारे लिए सबकुछ काफी ज्यादा मुश्किल था क्योंकि उस दौरान कोरोना चल रहा था. लेकिन पेरिस ओलिंपिक में हमारी टीम ने कमाल कर दिया. हमने एक टीम की तरह खेला और हम इसमें कामयाब रहे. महिला और पुरुषों का प्रोग्राम अलग अलग था. लेकिन सभी ने मिलकर साथ दिया. बता दें, पेरिस ओलंपिक में ब्रिटेन की महिला टीम ने 0.67 सेकेंड्स में अपनी रेस खत्म करके सिल्वर मेडल जीता है. वहीं, कनाडा की टीम ने गोल्ड मेडल पर बाजी मारी है.
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