भोपाल। प्रमुख सचिव संस्कृति, पर्यटन और जनसम्पर्क शिवशेखर शुक्ला ने शुक्रवार को पलाश रेसीडेन्सी परिसर में व्यंजन और हस्तशिल्प मेला उमंग-2020 का शुभारंभ कन्या-पूजन कर किया। उन्होंने सुशासन दिवस और क्रिसमस पर भोपालवासियों को पलाश में नई बेकरी की सौगात भी दी। आगामी 27 दिसम्बर तक चलने वाले महोत्सव का आयोजन पर्यटन, संस्कृति और नाबार्ड के संयुक्त प्रयासों से किया जा रहा है। इस दौरान पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक एस विश्वनाथन और नाबार्ड के प्रभारी अधिकारी डीएस चौहान भी मौजूद थे। प्रमुख सचिव पर्यटन ने बताया कि महोत्सव में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए 150 रुपये प्रति व्यक्ति टिकट रखा गया है जो उनके द्वारा मेले में खरीदारी करने पर समायोजित हो जायेगा। वहीं 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का प्रवेश पूर्णत: नि:शुल्क रहेगा। इससे स्टॉल लगाने वाले स्व-सहायता समूहों की आय होने के साथ कोविड के मद्देनजर अनावश्यक भीड़ भी नहीं होगी। शुक्ला ने कहा कि उमंग महोत्सव का आयोजन भोपाल के अलावा प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों पर भी किया जायेगा। प्रथम चरण में तकरीबन 10 प्रमुख स्थलों का चयन किया जा रहा है। पर्यटल स्थलों पर रोज स्थानीय संस्कृति और शिल्प का प्रदर्शन होगा। इससे स्थानीय कलाकारों और स्व-सहायता समूहों को आमदनी होगी। साथ ही पर्यटक अपने साथ मध्यप्रदेश के स्मृति-चिन्ह भी मित्रों को देने के लिये ले जा सकेंगे।
पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक एस विश्वनाथन ने बताया कि कोविड से जूझने के बाद पर्यटन उद्योग वापसी के प्रयास कर रहा है। मध्यप्रदेश टूरिज्म के 40 प्रतिशत से अधिक होटल आईएसओ प्रमाणित हैं। शेष यूनिट भी प्रमाण-पत्र पाने की ओर अग्रसर हैं। देश में पिछले सालों में मध्यप्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में खासी तरक्की की है। नाबार्ड के प्रभारी अधिकारी ने कहा कि वर्ष 2018 और 2019 में उमंग-फूड एण्ड क्राफ्ट फेस्टिवल का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर किया गया था। इसमें देश के अनेक राज्यों ने प्रभावी भागीदारी की थी। कोविड के मद्देनजर परम्परा को कायम रखते हुए इस वर्ष यह आयोजन केवल प्रादेशिक स्तर पर ही सीमित रखा गया है। स्टॉल में देवास, उज्जैन, बैतूल, छिन्दवाड़ा आदि विभिन्न जिलों के हस्तशिल्प, वस्त्र और अन्य उत्पाद रखे गये हैं। आभार नाबार्ड के महाप्रबंधक महादेविया ने प्रकट किया।
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