सायबर सेल ने शिकायत मिलते ही कार्रवाई कर आठ लाख रुपए बचाए
इंदौर। बिजली कनेक् शन (electricity connection) काटने के नाम पर फोन या मैसेज (message) कर लोगों से एप डाउनलोड (download) करवाकर उनका खाता साफ करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। फिर सायबर ठगों ने इंदौर की एक वृद्ध महिला (old lady) के खाते से नौ लाख साफ कर दिए, लेकिन तुरंत शिकायत होने पर सायबर सेल (cyber cell) ने आठ लाख से अधिक की राशि ब्लॉक करवाकर बचा ली।
पिछले कुछ साल से बिजली बिल (electricity bill) न भरने के नाम पर लोगों को मैसेज कर कहा जाता है कि वे तुरंत बिल नहीं भरेंगे तो उनका कनेक् शन काट दिया जाएगा। ऑनलाइन बिल भरने के नाम पर क्वीक सपोर्ट एप डाउनलोड करवाया गया और वृद्धा के खाते से नौ लाख निकल गए। यह महिला गृहिणी है। जैसे ही एक के बाद एक लाखों के ट्रांजेक् शन के मैसेज महिला को आए, उसने तुरंत सायबर सेल से संपर्क किया। सायबर सेल ने तुरंत कार्रवाई कर पैसा ब्लॉक करवाया। लगभग आठ लाख व कुछ हजार रुपए महिला के बच गए, जबकि बाकी पैसा खर्च कर दिया गया।
दो दिन में क्राइम ब्रांच ने तीन लोगों के पैसे वापस करवाए
सायबर ठग रोजाना नए-नए तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हंै। दो दिन में क्राइम ब्रांच के पास टूर एण्ड ट्रेवल्स के पैकेज के नाम, आर्मी अधिकारी बनकर और कस्टमर केयर सर्च करने के दौरान तीन लोगों से सायबर ठगोरों ने एक से दो लाख ठग लिए थे। ये लोग समय रहते क्राइम ब्रांच के पास पहुंचे और क्राइम ब्रांच ने इनके पैसे वापस दिलवा दिए, लेकिन ऐसे दो-तीन मामले रोजाना पुलिस के पास पहुंच रहे हैं।
जामतारा से आपरेट हो रहा हैं गिरोह
इस संबंध में सायबर सेल एसपी जितेंद्रसिंह का कहना है कि झारखंड के जामतारा से इस तरह के कई गिरोह आपरेट हो रहे हैं। इस मामले के तार भी वहीं से जुड़ रहे हैं। ये लोग फोन किसी राज्य का, खाता कहीं और का व बैठते कहीं और हैं। इसके चलते पुलिस इन तक पहुंचती, तब तक वे पैसा निकाल लेते हैं। यदि समय रहते लोग पुलिस के पास पहुंचे तो पैसा बच सकता है।
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