नई दिल्ली: देश में एक दिन में कोविड-19 (Covid-19) के 1,938 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,14,687 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 22,427 रह गई है. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने गुरुवार को दी है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से देश में 67 और लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,16,672 हो गई. पिछले 24 घंटों में कोरोना से 2571 मरीज ठीक हुए हैं. उपचाराधीन मरीज 0.05 फीसदी हैं. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.75 फीसदी के करीब है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 1,82,23,30,356 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं. अब तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.
देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए थे.
कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियां 31 मार्च से हटाई जाएंगी
कोरोना के लगातार कम होते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने करीब दो साल बाद 31 मार्च से कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियों को हटाने का फैसला किया है. हालांकि, मास्क लगाने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम लागू रहेंगे. केन्द्र सरकार ने 24 मार्च, 2020 को पहली बार देश में कोरोना फैलने से रोकने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम, (डीएम अधिनियम) 2005 के तहत कई दिशानिर्देश जारी किए थे और परिस्थितियों के अनुसार समय-समय पर इनमें बदलाव भी किए थे.
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में कहा है कि पिछले 24 महीनों में वैश्विक महामारी के प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं, जैसे बीमारी का पता लगाने, निगरानी, संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों का पता लगाने, उपचार, टीकाकरण, अस्पताल के बुनियादी ढांचे के विकास आदि के संबंध में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गएय साथ ही अब आम जनता भी कोविड-19 से निपटने के लिए आवश्यक उचित व्यवहार को लेकर काफी जागरूक है. राज्यों ने भी अपनी क्षमताओं और प्रणालियों को विकसित किया है और वैश्विक महामारी के प्रबंधन के लिए अपनी विस्तृत विशिष्ट योजनाओं को लागू किया है. पिछले सात हफ्तों में नए मामलों की संख्या में भारी गिरावट आई है.
कोरोना की प्रकृति देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत
भल्ला के अनुसार, लागू नियमों की अवधि 31 मार्च को समाप्त हो रही है और उसके बाद गृह मंत्रालय की ओर से इस संबंध में कोई और आदेश जारी नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 से निपटने के कुछ उपायों, जैसे मास्क पहनने और हाथ साफ रखने आदि नियमों को जारी रखने का फैसला किया है. बीमारी की प्रकृति को देखते हुए, लोगों को अब भी सतर्क रहने की जरूरत है. संक्रमण के मामले बढ़ने पर, राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश स्थानीय स्तर पर त्वरित एवं सक्रिय कार्रवाई करने पर विचार कर सकते हैं, जिसकी समय-समय पर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सलाह दी जाती है.
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