नई दिल्ली। दुबई से आ रहे विमान के एकाएक घाटी में गिर जाने से यहां चारों ओर चीख-पुकार, खून से सने कपड़े, डरे सहमे रोते हुए बच्चे और एंबुलेंस के सायरन की आवाजों ने क्षेत्र को दहला दिया। एअर इंडिया एक्सप्रेस का विमान शुक्रवार शाम कोझिकोड हवाई पट्टी से फिसल कर घाटी में गिर गया और दो हिस्सों में टूट गया। इस दुर्घटना में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। इस दुर्घटना में एयर इंडिया ने अपने दो जाबांज पायलट खो दिए। प्लेन की क्रैश लैंडिंग के दौरान 59 साल के कैप्टन दीपक वसंत साठे और 33 साल के उनके को-पायलट अखिलेश कुमार की मौत हो गई।
अखिलेश के मौत की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मथुरा निवासी अखिलेश की पत्नी मेघा गर्भवती हैं और 10 दिन बाद उनकी डिलीवरी होनी है। परिवार में खुशियां मनाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन उससे पहले अखिलेश की मौत की खबर आ गई। इससे परिवार में मातम पसर गया। परिजन यकीन नहीं कर पा रहे कि अखिलेश की मौत हो चुकी है। इस मुश्किल वक्त में अखिलेश कुमार की पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोग उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं। को-पायलट अखिलेश कुमार के शव की शिनाख्त करने के लिए उनके भाई लोकेश दिल्ली से केरल के लिए रवाना हो चुके हैं।
वहीं केरल के कोझिकोड में विमान दुर्घटना में मारे गए कैप्टन दीपक साठे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के पूर्व छात्र थे। एयर मार्शल भूषण गोखले (सेवानिवृत्त) ने बताया, कैप्टन दीपक वी साठे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे के 58वें पाठ्यक्रम से थे। वह जूलियट स्क्वाड्रन से थे। उन्होंने कहा कि साठे जून 1981 में एयर फोर्स एकेडमी से सोर्ड ऑफ ऑनर के साथ उत्तीर्ण हुए थे और भारतीय वायु सेना में एक लड़ाकू पायलट थे। उन्होंने कहा कि साठे एक उत्कृष्ट स्क्वैश खिलाड़ी भी थे। वायुसेना के पुरस्कार विजेता एक पूर्व अधिकारी कैप्टन साठे का 30 सालों का लंबा और दुर्घटनामुक्त उड़ान रिकॉर्ड रहा है, जिसमें से लगभग 18 साल उन्होंने एयर इंडिया को दिए थे।
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