जबलपुर (Jabalpur)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का पहला नगर निगम (First Municipal Corporation) जबलपुर (Jabalpur) के करीब 3500 सफाई कर्मियों ने राहत की सांस ली है. यह कोई आम राहत नहीं है, अब इन सफाई कर्मचारियों (Cleaning staff.) के लिए आने वाला संडे (Sunday holiday) छुट्टी वाला संडे होगा. दरअसल, काफी जद्दोजहद के बाद आदेश जारी हुआ है, जिसके बाद अब सफाई कर्मी संडे के दिन काम नहीं करेंगे. हालांकि, अभी तक देखा जाता था कि सफाई कर्मियों को संडे को छुट्टी नहीं मिलती थी।
इस नई व्यवस्था से सफाई चौपट होने के आसार थे, लेकिन सभी सफाई कर्मचारियों ने मिलकर समाधान भी निकाल लिया है. संडे के 1 दिन पहले शनिवार की रात नाइट स्वीपिंग में ऐसा काम किया जाएगा कि शहर में गंदगी नहीं दिखाई देगी. ऐसा नहीं लगेगा कि रविवार को अवकाश है और सफाई कर्मचारी नहीं हैं. क्योंकि, एक दिन पहले ही सड़कों को चकाचक कर दिया जाएगा, जिससे सड़के चमचमाती दिखाई देंगी।
शनिवार को नाइट स्वीपिंग
खास बात ये कि यह आदेश सिर्फ नियमित कर्मचारियों के लिए नहीं आउटसोर्स कर्मचारी के लिए भी है. कुछ महीने पहले सफाई कर्मचारियों के लिए रविवार का अवकाश घोषित किया गया था, लेकिन सफाई कार्य में अड़चन आने के कारण यह आदेश निरस्त कर दिया गया था. लेकिन, अब दोबारा आदेश जारी होने के बाद सफाई कर्मचारी भी काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में लगातार जबलपुर अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. लिहाजा, सभी को इसी बात की चिंता थी, कहीं स्वच्छता की रैंकिंग में शहर पीछे न हो जाए. लेकिन, स्वच्छता का जिम्मा सफाई कर्मचारियों ने अपने कंधों में उठा लिया है. शहर में गंदगी न फैले इसकी भी शपथ ली है।
देश भर में 13वें स्थान पर जबलपुर
इंदौर की तर्ज पर संस्कारधानी जबलपुर में भी स्वच्छता में निखार आ रहा है. लिहाजा, स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की रैंकिंग में जबलपुर ने 13वां स्थान हासिल किया था. हालांकि, इसके पहले जबलपुर की 22वीं रैंकिंग थी. वहीं, जबलपुर को 3 स्टार और कचरा मुक्त शहर से भी नवाजा गया है. रैंकिंग की बात की जाए तब जबलपुर 2019 में 25 वें स्थान पर, 2020 में 17वें स्थान पर, 2021 में 20वें स्थान पर, 2022 में 22 वें स्थान पर जबकि 2023 में 9 स्थान की छलांग लगाकर सीधे 13वें स्थान पर पहुंच गया है।
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