अमित कुईया
सीहोर। जिला अस्पताल में व्याप्त कमियों को लेकर लगातार कई सालो से सवाल खड़े होते आ रहे हैं। शिकायतो के बाद जनप्रतिनिधि और अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करते हैं, लेकिन व्यवस्थाओ में सुधार की वजाए रोजाना एक नई कमी सामने आती रहती है। स्थिति यह हो गई है कि जिला अस्पताल से भोपाल रेफर हुए मरीज को जिस 108 वाहन में ले जाया जा रहा था वह वाहन कंडम निकला और लाख धक्के लगाने के बाद भी स्टार्ट नहीं हो पाया, हालांकि मरीज को दूसरे वाहन से घंटो बाद भोपाल रेफर किया गया।
शुक्रवार को जिला अस्पताल परिसर के बाहर एक अजीबो गरीब स्थिति उस समय देखने में आई जब 108 वाहन को धक्का लगाने पड़े। बताया जाता है कि शाम करीब 7 बजे एक पीडि़त मरीज को किन्हीं कारणों से भोपाल रेफर किया गया। जिस 108 वाहन से मरीज को रेफर करने की तैयारी चल रही थी। वह वाहन लाख धक्के मारने के बाद स्टार्ट नहीं हो पाया। हालांकि बाद में मरीज को रेफर करने के लिए एक अन्य वाहन बुलबाया गया और करीब एक घंटे बाद दर्द से कराह रहे मरीज को भोपाल रेफर किया जा सका। इस मामले में सिविल सर्जन अशोक मांझी से दूरभाष पर आज सुबह बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन रिसिव नहीं हो पाया।
सोशल मीडिया पर उड़ी व्यवस्थाओ की धज्जियां
अस्पताल में मौजूद कुछ लोगो ने इस घटना का वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में साफतौर पर एक मरीज को एंबूलेंस में बैठाने के साथ ही 108 वाहन को धक्का लगाते हुई तस्वीरे वायरल हुई। इन तस्वीरो के वायरल होने के बाद अस्पताल में व्याप्त कमियों को लेकर लोगो ने अपनी प्रतिक्रियाऐं भी दी। ताज्जुब की बात यह है कि जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे के भी मु िाया है। निश्चित ही उन्हें इस मामले में संज्ञान लेकर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े आला अधिकारियों को तलब करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य महकमे में व्याप्त कमियों के कारण हर कभी हो रही सरकार की किरकिरी रूक सकें।
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