नई दिल्ली। आने वाले समय में पूरे देश में सोने का एक भाव (One price Gold) रह सकता है। क्योंकि, अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (All India Gems and Jewelery Domestic Council) ने कहा कि वह एक राष्ट्र एक स्वर्ण दर (One Nation One Gold Rate) को लागू करने के लिए काम कर रही है। परिषद ने पहले ही अपने सदस्यों के साथ 50 से अधिक बैठकें की हैं और वह इस पहल के लिए 8,000 सुनारों को साथ लाने में कामयाब रही है।
इस कवायद का मकसद घरेलू सोने की कीमतों को स्टैंडर्डाइज्ड करना है। इस समय ये कीमतें देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग हैं। उदाहरण के लिए मंगलावर 22 अक्टूबर के रेट की ही बात करें तो दिल्ली के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 350 रुपये की तेजी के साथ 81,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर था तो चेन्नई में गोल्ड का रेट 79671.0 रुपये प्रति 10 ग्राम था। जबकि, मुंबई में मंगलवार को सोने का रेट 79677.0 रुपये रहा। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट गोल्ड का रेट 79675.0 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
चांदी के रेट भी अलग-अलग
जबकि, 104 साल पुराने एसोसिएशन IBJA ने जो रेट जारी किए, उसके मुताबिक मंगलवार को 24 कैरेट गोल्ड ऑल टाइम हाई 78251 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। जबकि, चांदी 98372 रुपये प्रति किलो पर। इसमें जीएसटी नहीं जुड़ा है। दूसरी ओर दिल्ली में चांदी 1.01 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। शुक्रवार को चांदी की कीमत 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) दिन में दो बार दोपहर और शाम को गोल्ड रेट जारी करता है। ये दरें वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी विभिन्न अधिसूचनाओं के अनुसार सॉवरेन और बॉन्ड जारी करने के लिए बेंचमार्क दरें हैं। इसके 29 राज्यों में कार्यालय हैं और यह सभी सरकारी संस्थाओं का हिस्सा है।
खुदरा कीमतें एक शहर से दूसरे शहर में अलग क्यों
जीजेसी सचिव मितेश धोरडा ने कहा, हम एक ही दर पर सोना आयात करते हैं, लेकिन घरेलू खुदरा कीमतें एक शहर से दूसरे शहर में अलग होती हैं। हम चाहते हैं कि पूरे देश में एक ही दर लागू हो।
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