- सिंहस्थ के दौरान सभी लोगों के लिए लंगर हाल बनेगा जिसमें 24 घंटे सेवा उपलब्ध रहेगी-बैठक में बड़ी संख्या में शहर सहित आसपास के नगरों के समाजजन शामिल हुए
उज्जैन। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर द्वारा सिंहस्थ सेवा 2028 के प्रथम चरण में 3 करोड़ की लागत से रहवासी कमरे बनाए जाएंगे एवं आधुनिक और विशाल लंगर हॉल बनाया जाएगा जिसमें 24 घंटे लंगर की सेवा उपब्ध रहेगी।
जत्थेदार सुरेंद्र सिंह अरोरा ने बताया कि अकाल तख्त के जत्थेदार, सिख पंथ के सर्वोच्च पदाधिकारी जत्थेदार हरप्रीत सिंह की अध्यक्षता में सिंहस्थ सेवा 2028 की कार्य योजना बनाने के लिए गुरुद्वारा गुरु नानक घाट पर बैठक रखी गई। बैठक में सदस्यों ने कुछ प्रस्ताव रखे जिन पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह साहिब ने तत्काल स्वीकृति प्रदान कर दी। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ-सेवा 2028 के प्रथम चरण में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर द्वारा सिंहस्थ सेवा 2023 के प्रथम चरण में 3 करोड़ लागत से रहवासी कमरों का निर्माण किया जाएगा और जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। सिंहस्थ के दौरान विभिन्न धर्मों के श्रद्धालुओं हेतु आधुनिक एवं विशाल लंगर हॉल का निर्माण किया जाएगा एवं सभी धर्मों के श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे लंगर की सेवा की जाएगी।
सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस.एस.नारंग ने बताया कि सिख समाज सिंहस्थ पर्व के अवसर पर उज्जैन आने वाले सभी धर्मों के श्रद्धालुओं की सेवा हेतु प्रमुख भूमिका का निर्वाह कैसे कर सकता है इस हेतु किए जाने वाले कार्यों के बारे में भी विचार विमर्श किया गया किया गया। सिख समाज के संरक्षक इकबाल सिंह गांधी, गुरुद्वारा गुरु नानक घाट के बाबा त्रिलोचन सिंह, दलजीत सिंह अरोरा, पुरुषोत्तम सिंह चावला, सिख समाज की पार्षद नीलम कालरा, राजा कालरा, गुरदीप सिंह जुनेजा, दिलीप सिंह विग, सुरजीत सिंह डंग, जसविंदर सिंह ठकराल, दलजीत सिंह गांधी, सुरेंद्र सिंह टूटेजा, सतनाम सिंह गांधी, रविंद्र सिंह अरोरा, रंजीत सिंह मोगा एवं सभी गुरुद्वारों के अध्यक्ष, सदस्य एवं सेवा एन.जी.ओ की पदाधिकारी महिलाओं ने बैठक में शामिल होकर अपने सुझाव दिए। अंत में सभी पदाधिकारियों नें ज्ञानी गुरप्रीत सिंह को ज्ञापन भी सौंपा। मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष भाटिया सहित अन्य नगरों से अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।