उन्होंने कानूनी रूप से स्वयं अभिभावकों के हाथों में बच्ची को सौंपते हुए उनसे बच्ची को कभी अनाथ नहीं समझने का वचन लिया। इस मौके पर अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सौरभ सिंह उपस्थित रहे।उल्लेखनीय है कि कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा अपने कार्यकाल में अब तक 47 दत्तक ग्रहण के आदेश जारी कर बच्चों को गोद लेने के इच्छुक दम्पत्तियों को सौंपा जा चुका है। इनमें अप्रैल 2021 से मार्च 2022 में 7 बच्चे, अप्रैल 2022 से मार्च 2023 में 12 और अप्रैल 2023 से मार्च 2024 में 28 बच्चों के दत्तक ग्रहण आदेश जारी हुये हैं। कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा बच्चों के गोद लेने के मामले में नवाचार किया गया था। पहले गोद लेने वाले दंपत्ति को कलेक्टर न्यायालय में उपस्थित होना पड़ता था। लेकिन कलेक्टर वर्मा ने नई व्यवस्था करते हुये बच्चों को गोद लेने वाले दंपत्तियों को कलेक्टर न्यायालय में उपस्थित नहीं होना पड़े। इसके लिये कलेक्टर स्वयं संबंधित संस्था में पहुंचकर दंपत्तियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर स्थिति के अनुसार बच्चों को सौंपते हैं।