पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू लड़कियों (Hindu Girls) पर अत्याचार का अंत होता नहीं दिख रहा है। दक्षिणी सिंध प्रांत में जबरन धर्मांतरण (Forced Conversion) के बाद शादी का एक और मामला सामने आया है। सिंध प्रांत में छह जून को हिंदू किशोरी करीना कुमारी (Hindu Teen Kareena Kumari) का अपहरण कर लिया गया था। उसने यहां एक अदालत को बताया कि उसका जबरन धर्मांतरण कराया गया और उसके बाद एक मुस्लिम व्यक्ति (Muslim Person) से उसकी शादी कर दी गई।
दरअसल, पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत से छह जून को घर के बाहर से अगवा हिंदू किशोरी करीना कुमारी ने शुक्रवार को अदालत को खुद पर हुए जुल्मों की दास्तां सुनाई। उसने बताया कि जबरन धर्म परिवर्तन करा उसकी जून में ही मुस्लिम खलील से शादी करा दी गई थी। बतादें कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक महिलाओं के साथ ऐसी वारदात आम हैं।
सुंदरमल का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील दिलीप कुमार मंगलानी ने कहा कि जबरन धर्मांतरण के कारण हिंदू लड़कियों और उनके परिवारों को खतरा है। यह समस्या सिंध के भीतरी इलाकों में अधिक है। उन्होंने शिकायत की कि हम अपनी ओर से पूरा प्रयास करते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में अपहृत लड़कियां कम उम्र की होती हैं। अदालत में आरोपी फर्जी दस्तावेज या प्रमाण पत्र पेश करते हैं और पुलिस भी मदद नहीं करती है। उन्होंने कहा कि करीना भी नाबालिग थी। सिंध के भीतरी इलाकों में हिंदू लड़कियों का अपहरण और जबरन धर्मांतरण एक बड़ी समस्या बन गई है।
गौरतलब है कि इसी साल मार्च में तीन हिंदू लड़कियों सतरान ओड, कवीता भील और अनीता भील का अपहरण कर जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया। आठ दिन के भीतर ही इनकी मुस्लिम व्यक्तियों से शादी करा दी गई। इसके बाद से इनका कोई पता नहीं है। रोहरी में 21 मार्च को पूजा कुमारी की घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एक पाकिस्तानी व्यक्ति उससे शादी करना चाहता था और वह इनकार कर रही थी। कुछ दिन पहले उस व्यक्ति के दो साथियों ने पूजा पर गोली भी चलाई थी। पूजा के परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन आरोपियों की ऊंची पहुंच के कारण उन्हें समझौता करना पड़ा।
कम उम्र की बच्चियां ही नहीं, युवा हिंदू महिलाएं भी इनका बन रही हैं। सिंध के खिपरो में एजाज मारी नाम के व्यक्ति ने चार बच्चों की मां गौरी कोहली का उसके घर के बाहर से अपहरण कर लिया। जबरन धर्म परिवर्तन करा उसका एजाज से निकाह करा दिया गया। उसके पति का कहना है कि मारी का इलाके में प्रभाव है और पुलिस उसके खिलाफ कुछ नहीं करती। यहां तक कि पुलिस ने पत्नी को वापस लाने के नाम पर उससे 15,000 रुपये की रिश्वत भी ले ली। अमेरिका स्थित अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। एमनेस्टी ने कहा, वह लोगों के शांतिपूर्ण धरनों पर कार्रवाई करना बंद करें। लोगों को जबरन गायब करना अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का गंभीर उल्लंघन है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपराध है।
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